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सोमवार, 28 अप्रैल, 2025
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सीआरपीएफ ने नक्सली हिडमा को पकड़ने के लिए सबसे बड़ा अभियान शुरू किया, तीन महिला माओवादी ढेर

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नयी दिल्ली/रायपुर, 24 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने वांछित माओवादी हिडमा को पकड़ने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ मिलकर शुरू किए गए इस साल के सबसे बड़े अभियान के तहत तेलंगाना से लगी सीमा पर तीन महिला नक्सलियों को मार गिराया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से तेलंगाना की सीमा में मुलुगु जिले की कर्रेगुट्टा पहाड़ियों तक सोमवार से चलाया जा रहा यह अभियान 60 घंटे से अधिक समय से जारी है। इसमें सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस के लगभग 5,000 जवानों के अलावा बैकअप इकाइयां भी शामिल हैं।

अधिकारियों के मुताबिक, सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच गोलीबारी बृहस्पतिवार दोपहर भी जारी रही और इसके लंबे समय तक खिंचने की आशंका है।

उन्होंने बताया कि अभियान का नेतृत्व सीआरपीएफ की कोबरा इकाई की 210वीं बटालियन कर रही है और इसमें छत्तीसगढ़ पुलिस, विशेष कार्य बल (एसटीएफ), डीआरजी, सीआरपीएफ की कुछ नियमित इकाइयां और तेलंगाना पुलिस की टीमें शामिल हैं।

सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बृहस्पतिवार की सुबह करीब 9.30 बजे तीन महिला माओवादियों के शव और इतनी ही संख्या में हथियार बरामद किए गए। उन्होंने कहा कि अभियान अभी भी जारी है।

अधिकारी के अनुसार, सीआरपीएफ के महानिदेशक (डीजी) जीपी सिंह 21 अप्रैल से रायपुर और जगदलपुर से अभियान की निगरानी कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि पीएलजीए बटालियन नंबर 1 के शीर्ष कमांडर हिडमा का पता लगाने के लिए एनटीआरओ द्वारा उपलब्ध कराए गए उपग्रह चित्रों और मानचित्रों के साथ करीब चार हेलीकॉप्टर और 20-20 छोटे-बड़े मानव रहित विमानों (यूएवी) से लैस दो ड्रोन टुकड़ियों की मदद ली जा रही है।

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि हिडमा को एक हथियारबंद दस्ते के साथ कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में बने बंकर के आसपास देखे जाने की सूचना मिली थी, जिसके आधार पर यह अभियान शुरू किया गया।

उन्होंने कहा कि यह 2025 में छत्तीसगढ़ या उसके आसपास किसी भी सुरक्षा एजेंसी की ओर से शुरू किया गया सबसे बड़ा अभियान है।

अधिकारी के अनुसार, नक्सलियों की ओर से पहाड़ी क्षेत्र में बड़ी संख्या में इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगाए जाने की आशंका है और सुरक्षाबल हिडमा की तलाश में जुटे हुए हैं।

यह अभियान मार्च 2026 तक देश से वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) को समाप्त करने की केंद्र सरकार की घोषणा का हिस्सा है।

भाषा पारुल मनीषा

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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