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Tuesday, 30 April, 2024
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रेवाड़ी गैंगरेप पीड़िता को ‘राहत’, डीसी के प्रयासों के बाद दे सकेगी अलग से परीक्षा

रेवाड़ी के डीसी यशेंद्र सिंह की अनुरोध पर मीरपुर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने पीड़िता को स्पेशल प्रोविजन्स के तहत पेपर देने की अनुमति दे दी है.

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नई दिल्ली: अक्टूबर 2019 में  हरियाणा के रेवाड़ी जिले के नाहड़ सरकारी कॉलेज में अनीता (बदला हुआ नाम) को बीएससी प्रथम वर्ष के दूसरे सेमेस्टर में केमेस्ट्री का पेपर देने से रोक दिया गया था. इस दौरान उनके साथ तीन प्रोफेसर्स ने बदतमीजी की और ‘गैंग रेप आम बात है, तुम कोई स्पेशल नहीं हो’ जैसी बातें कही थी. ये सब इसलिए हुआ क्योंकि अनीता पुलिस की कड़ी सुरक्षा और परिवार के एक सदस्य के साथ पेपर देने आई थी.

कॉलेज प्रशासन की इस असहनीय लापरवाही पर सवाल उठने के बाद रेवाड़ी प्रशासन ने इस प्रकरण की एक रिपोर्ट तैयार की जिसमें तीनों प्रोफेसर दोषी पाए गए. ये रिपोर्ट हरियाणा के उच्च शिक्षा विभाग, चंडीगढ़ भेज दी थी. जिसके बाद तीनों आरोपी प्रोफेसर्स पर कार्रवाई की गई.

रेवाड़ी के डीसी यशेंद्र सिंह की अनुरोध पर मीरपुर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने अनीता को स्पेशल प्रोविजन्स के तहत पेपर देने की अनुमति दे दी है. दिप्रिंट से बात करते हुए नाहड़ कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया, हमें इस बात की बेहद खुशी है कि बच्ची का कोई साल बर्बाद नहीं हुआ. हमने 26 दिसंबर को ही मिस हुए एक पेपर के साथ-साथ एक खराब हुए पेपर के फॉर्म भरकर यूनिवर्सिटी भेज दिए हैं. अब यूनिवर्सिटी से पेपर्स की तारीख आने का इंतजार है. जैसे ही तारीख आएगी वैसे बच्ची के लिए अलग से एग्जामिनेशन प्रोसेस शुरू की जाएगी.’

‘खुश हूं कि यूनिवर्सिटी ने इजाजत दी’

अनीता ने दिप्रिंट से बातचीत में कहा, ‘मैं खुश हूं कि यूनिवर्सिटी ने इस बात की अनुमति दी है. मैं अब अपने एग्जाम्स की तैयारी कर रही हूं.’


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साथ ही अनीता की मां ने भी डीसी और मीडिया का आभार जताते हुए कहा कि जबसे मेरी बेटी के पेपर खराब हुए थे तबसे मुझे टेंशन रहती थी. अब कॉलेज के पास मेल आएगा तो हमें पेपर की तारीख का पता चलेगा. तब तक इसकी तैयारी करवा रहे हैं.

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रेवाड़ी डीसी यशेंद्र सिंह भी दिप्रिंट से हुई बातचीत में कहते हैं, ‘हमने वीसी से स्पेशल रिक्वेस्ट की थी कि बच्ची को स्पेशल प्रोविजन के तहत पेपर दिलवाया जाए. वीसी इस बात के लिए तैयार हो गए हैं और जल्द ही पेपर होने वाला है. बच्ची की मेहनत खराब नहीं होने देंगे.’

क्या था मामला?

2018 के सितंबर महीनें में रेवाड़ी की 19 वर्षीय अनीता के साथ उसके ही गांव के कई लड़कों ने गैंग रेप किया था. इस मामले में 8 लोगों पर आईपीसी की धारा 328 (जबरदस्ती नशीला पदार्थ देना), धारा 365 (अपहरण) और धारा 376 (बलात्कार) के तहत केस हुआ था. बाद में तीन आरोपी जमानत पर बाहर आ गए थे. पीड़ित परिवार के वकील दिप्रिंट को बताते हैं कि जल्द ही डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में अगली सुनवाई होनी है. सबके बयान हो चुके हैं. अभी कोर्ट में सुनवाई जारी है.

मई 2019 में अनीता को उसी के कॉलेज की एक महीला प्रोफेसर ने सुषमा यादव ने केमेस्ट्री के पेपर के दौरान परेशान किया और उसपर असंवेदनशील टिप्पणियां की. उस घटना के बाद रेवाड़ी डीसी ने एक कमेटी गठित कर पूरे मामले की जांच की तो पाया कि तीनों ही प्रोफेसर्स ने पीड़िता को पेपर देने से जानबूझकर रोका था. दिप्रिंट की रिपोर्ट के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने इस मामले पर तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों प्रोफेसर्स का तबादला कर दिया था.

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