रायपुर: छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में दो साल की बच्ची के शरीर को सिगरेट से दागने वाला, दो दिन से फरार चल रहा पुलिसकर्मी शनिवार को भिलाई के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी सिपाही को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है.
घटना 29 अक्टूबर को बालोद के सिवनी क्षेत्र की है जहां आरोपी आरक्षक अविनाश राय ने दो साल की बच्ची को अमानवीय तरीके से क्रूरतापूर्वक जलती सिगरेट से शरीर में कई जगह जलाया था.
पुलिस के अनुसार जांच में बच्ची के शरीर में सिगरेट के करीब 20 दाग पाए गए हैं. पीड़िता की मां लक्ष्मी नान्द्रे जो एक लोक गायिका हैं ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि आरक्षक ने बच्ची को गंदी-गंदी गाली देकर जलती सिगरेट से चेहरे, पेट, पीठ और हाथ में कई जगह पर दागा है.
पुलिस के अनुसार बच्ची के डॉक्टरी परीक्षण में चोट लगने, जलाने की पुष्टि हुई है जिसके बाद आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धाराएं 294, 323, और 224 के तहत केस 29 अक्टूबर को ही दर्जलर लिया गया था. आज गिरफ्तारी के बाद अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति अधिनियम और जुवेनाइल जस्टिस एक्ट की धाराएं भी लगा दी गई हैं.
शुक्रवार को मामले की जानकारी सामने आने के बाद डीजीपी डी एम अवस्थी ने दुर्ग पुलिस को आरोपी आरक्षक को गिरफ्तार करने के सख्त निर्देश दिए जिसके बाद जांच के लिए एक विशेष पुलिस दल का गठन हुआ और राय को शानिवर को भिलाई के एक होटल से गिरफ्तार किया गया जहां वह पिछले दो दिनों से छिपा हुआ था.
डीजीपी के निर्देश पर जांच के उपरांत दुर्ग पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर ने आरोपी को क्रूरतापूर्ण एवं अमानवीय कृत्य के लिये सेवा से टर्मिनेट भी कर दिया है.
बालोद पुलिस पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह मीना ने दिप्रिंट को बताया, ‘बर्खास्त कांस्टेबल अपने बालोद जिले में तैनाती के दौरान करीब एक माह पहले तक लक्ष्मी नान्द्रे के मकान में किराए पर रहता था. इस दौरान उसने लक्ष्मी को कोरोना लॉकडाउन के दौरान कुछ रुपये उधार दिए थे जिसे वापस लेने वह घटना वाली रात को आया था. आरोपी गुरुवार रात शराब के नशे में धुत था और मकान मालकिन की डेढ़ साल की बच्ची से उसने पापा कहने के लिए कहा लेकिन बच्ची ने ऐसा नही कहा. बच्ची के मना करने पर आरोपी उसे गाली देते हुए एक दूसरे कमरे में ले गया और जलती हुई सिगरेट से उसके शरीर पर करीब 20 जगहों पर जलाया. पीड़िता के हाथ, पैर, पेट, चेहरे और पीठ पर दाग देखे जा सकते हैं’
पुलिस के अनुसार इस दौरान मां ने बच्ची को बचाने के लिए जब शोर मचाया तो आरोपी वहां से भाग निकला.
मीना के अनुसार पीड़िता बच्ची की हालात अभी सामान्य है लेकिन उसे बेहतर इलाज़ के लिए रायपुर के डीके सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया गया है. मीना ने बताया कि आरोपी पिछले कई दिनों से अपनी नई तैनाती पुलिस लाइन दुर्ग से भी अधिकारियों की जानकारी के बिना गायब था.