शामली: पत्रकारों से बदसलूकी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. अब शामली में एक पत्रकार को बेरहमी से पीटने का मामला सामने आया है. शामली जिले में पटरी से उतरी मालगाड़ी की कवरेज करने गए एक पत्रकार की जीआरपी कर्मचारियों ने पिटाई कर दी.आरोप है कि पुलिसकर्मी सादी वर्दी में थे और उन्होंने घटनास्थल पर ही गाली गलौज और मारपीट शुरू कर दी साथ ही मीडियाकर्मियों का माइक भी छीन लिया.
गालियां दी , पेशाब भी पिलाई
शामली में एक निजी न्यूज़ चैनल के पत्रकार अमित शर्मा मंगलवार को रेलवे से जुड़ी एक स्टोरी की कवरेज करने गए थे. उनका आरोप है कि पुलिसवाले उनसे कैमरा छीनने लगे और कैमरा नीचे गिर गया. वह कैमरा उठाने के लिए झुके तो सादी वर्दी में एक पुलिसवाले ने पिटाई शुरू कर दी और भद्दी गालियां दी. फिर पुलिसकर्मी उन्हें पिटाई करते हुए ले गए और उन्हें लॉकअप में बंद कर दिया और फिर मुंह में पेशाब की. पत्रकार ने बताया कि रेलवे की एक खबर चलाने के बाद पुलिसवाले उनसे नाराज थे.
पत्रकार ने कहा कि पुलिस ने उसकी बात नहीं सुनी और उसे पीटते रहे. शर्मा ने कहा, ‘मुझे बंद कर दिया गया, मेरे कपड़े उतार दिया और उन्होंने मेरे मुंह पर पेशाब किया.’
#WATCH Shamli: GRP personnel thrash a journalist who was covering the goods train derailment near Dhimanpura tonight. He says, "They were in plain clothes. One hit my camera&it fell down. When I picked it up they hit&abused me. I was locked up, stripped&they urinated in my mouth" pic.twitter.com/nS4hiyFF1G
— ANI UP (@ANINewsUP) June 11, 2019
दो पुलिसकर्मी सस्पेंड
घटना की जानकारी मिलने पर आरोपी जीआरपी एसएचओ राकेश कुमार और कॉन्स्टेबल संजय पवार को सस्पेंड कर दिया गया है. यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. इन दोनों पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने पत्रकार अमित शर्मा के साथ बदसलूकी की और उसके साथ अमानवीय कृत्य किए.आरोपी पुलिसकर्मियों को पहले लाइन हाजिर किया गया लेकिन बाद में लखनऊ से निर्देश मिलने पर सस्पेंड कर दिया गया. इससे पहले बुधवार सुबह पत्रकारों ने आरोपी अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया था.
यूपी में पत्रकारों के साथ बदसलूकी के तमाम मामले सामने आ रहे हैं. सीएम पर आपत्तिजनक पोस्ट लिखने के मामले में पत्रकार प्रशांत कनौजिया को पिछले दिनों यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. इसके अलावा एक न्यूज चैनल के दो पत्रकारों को भी नोएडा से गिरफ्तार किया गया. ऐसे में सोशल मीडिया पर योगी सरकार की जमकर आलोचना हो रही है.