नई दिल्लीः इनकम टैक्स (आईटी) विभाग ने पूर्व आईएएस नेतराम की 20 संपत्तियों को जब्त किया है. 13 मार्च को मारे गये छापे में यह संपत्तियां संदिग्ध पाई गई थीं. पूर्व अधिकारी का कथित तौर पर बीएसपी चीफ मायावती से नजदीकी संबंध बताया जाता है. ये सभी संपत्तियां दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और नोएडा में है.
2019 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले की गई कार्रवाई में यह मुद्दा बन सकता है. भाजपा जहां इसे मायावती के खिलाफ इस्तेमाल कर सकती है वहीं मायावती इसे भाजपा का चुनावी हथकंडा बता भुनाने की कोशिश करेंगी. अभी तक बसपा चीफ मायावती की तरफ से नेतराम से उनके संबंध को लेकर कोई बयान सामने नहीं आया है.
IT Sources: During raids conducted over last week, IT dept found the valuation of these properties in the books at around Rs 100 cr. while the actual purchase value of these 20 properties is around Rs 225 cr. IT dept will attach these properties under section 132(9) of IT Act. https://t.co/xvLUZt8yt5
— ANI (@ANI) March 19, 2019
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पिछले सप्ताह विभाग द्वारा मारे गये छापे में इन संपत्तियों की कीमत का आकलन 100 करोड़ रुपये बताया गया था. जबकि इन 20 संपत्तियों की वास्तविक कीमत अब करीब 225 करोड़ रुपये बताई जा रही है. विभाग ने इनकी जब्ती की कार्रवाई आईटी की धारा 132 (9) के तहत की है.
गौरतलब है कि इससे पहले यूपी में अवैध खनन मामले में सीबीआई जांच को अखिलेश यादव ने मुद्दा बनाया था. उन्होंने इसे राजनीति से प्रेरित बताया था. मायावाती भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बचाव में उतर आई थी. उन्होंने अखिलेश यादव को फोन कर इस मामले में बिलकुल भी परेशान न होने की सलाह दी है. उस दौरान बीएसपी की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया था मायावती ने अखिलेश से कहा कि भाजपा द्वारा इस प्रकार की राजनीति करना इनका पुराना हथकंडा रहा है जिसे जनता समझती है. बसपा, इन षडयंत्रों की भुक्तभोगी रही है.