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Sunday, 17 November, 2024
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दस साल तक किया इंतजार, फिर की ड्रग इंस्पेक्टर नेहा की हत्या

पंजाब पुलिस का कहना है कि 48 वर्षीय दवा की दुकानवाला जिसनें नेहा शौरी की हत्या की मानसिक रूप से बीमार और अवसाद ग्रसित था.

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नई दिल्ली: पंजाब की ड्रग इंस्पेक्टर डॉक्टर नेहा शौरी की उनके दफ्तर में ही हत्या कर गई. नेहा की हत्या केमिस्ट की दुकान चलाने वाले एक व्यक्ति ने गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद आरोपी ने खुद को भी गोली मार ली. घटना के वक्त नेहा खरार स्थित अपने दफ्तर में मौजूद थीं. रिपोर्टस के मुताबिक उस वक्त अपनी तीन साल की बेटी से फोन पर बात कर रही थीं.

पंजाब पुलिस का कहना है कि 48 वर्षीय दवा की दुकानवाला जिसनें नेहा शौरी की हत्या की मानसिक रूप से बीमार और अवसाद ग्रसित था. पुलिस ने यह भी कहा कि वह लंबे से महिला अधिकारी नेहा (36) के खिलाफ मन में कुंठा पाले हुए था. पुलिस का कहना है कि नेहा के कहने पर ही विभाग ने बलविंदर सिंह जो दस साल पहले दवा की दुकान बंद करवा दी थी. वह तभी से नेहा से बदला लेना चाहता था.

11 मार्च के बाद से दो बार लगा चुका था नेहा के ऑफिस का चक्कर

बलविंदर नेहा के ऑफिस खरार से 20 किलोमीटर दूर रहता था. वैसे तो बलविंदर ने नेहा की हत्या के बाद खुद को भी गोली मार कर आत्म हत्या कर ली. लेकिन पुलिस इस हत्या के पीछे के सही कारणों का पता लगाने में जुटी है. अगर पिछले ताने-बाने को देखा जाए तो यह पता चलता है कि वह पिछले दस सालों से नेहा से किसी न किसी तरह से बदला लेना चाहता था. जब से नेहा ने उसकी दुकान बंद करवा दी थी. और उसने बहुत सोच-समझ कर अंजाम दिया है.

खरार सिटी के एसएचओ भगवंत सिंह ने बताया कि आरोपी ने 11 मार्च को हथियार के लिए लाइसेंस खरीदा था. इसके अगले ही दिन वह रिवॉल्वर ले आया और उसने इस अपराध को अंजाम दिया. पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि उसने नेहा के ऑफिस की कम से कम पिछले दस दिनों में दो बार रेकी की थी.

इस मामले के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने राज्य के डीजीपी को इस मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इस मामले की पूरी तरह जांच कर दोषी को सजा दिलाने का भी आदेश जारी किया है. उन्होंने कहा कि किसी भी अधिकारी को उसका काम करने से रोकने के लिए इस तरह की घटनाएं बर्दाशत नहीं की जाएगी.

गौरतलब है कि डॉक्टर नेहा शौरी ड्रग एंड फूड केमिकल लेबोरेटरी, खरार में जोनल लाइसेंस अथॉरिटी के पद पर पोस्टेड थीं. खबरों के मुताबिक दस साल पहले 2009 नेहा ने इस व्यक्ति का लाइसेंस रद्द कर दिया था. रंजिश के चलते ही यह हत्या की गई है. आरोपी ने नेहा के दफ्तर पहुंच कर दो राउंड फायरिंग की. उसने भागने की कोशिश की लेकिन बाद में उसने खुद को भी गोली मार ली.

इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों के रिएक्शन आने लगे. सबने न्याय और दोषियों को सजा दिलवाने की बात कही है. कई नेताओं और पत्रकारों ने भी इस मामले को लेकर ट्वीट किए हैं.

पाकिस्तान से भी इस मामले को लेकर प्रतिक्रियाएं आईं. पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर ने नेहा को सैल्यूट करते हुए लिखा कि उन्होंने ड्रग माफिया से लड़ते हुए अपनी जान दे दी.

नवजोत सिद्धू ने भी ट्वीट कर कहा कि इस मामले की जांच हो और न्याय मिले. साथ ही उन्होंने पंजाब के डीजीपी को भी टैग किया.

 

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