नई दिल्लीः हरियाणा के नारनौल से एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक जवान औरत खाट पर बैठी एक वृद्धा को घुमा घुमा के पीट रही है. कभी पैर पकड़ के खींचती है, कभी सिर के बाल पकड़कर. इस वीडियो को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने भी रिट्वीट किया है.
ये वीडियो नारनौल के नजदीक के गांव निवाजनगर का है. इसमें पीड़ित वृद्धा की पहचान 80 वर्षीय चांदबाई के रूप में हुई है. ये वीडियो महिला के पड़ोस में दिल्ली से आई एक युवती द्वारा बनाया गया था. उन्होंने ही ये वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर लोगों तक पहुंचाया.
इसके बाद नारनौल के एसपी चंद्रमोहन ने स्वत: संज्ञान लेकर मारपीट करने वाली बहू के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया है. शुक्रवार सुबह एसपी चंद्रमोहन के संज्ञान लेने के बाद सदर थाना पुलिस व महिला पुलिसकर्मी निवाजनगर गांव गये.
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दिप्रिंट से बात करते हुए वृद्धा के पड़ोसी मुकेश ने बताया कि 80 वर्षीय वृद्धा चांदबाई विधवा हैं और उनके पति बीएसएफ से सेवानिवृत्त थे. पीड़िता चांदबाई को करीब 12 हजार रुपये पेंशन भी मिलती है. उनके तीन लड़के और एक लड़की है. सभी शादीशुदा हैं. मुकेश के मुताबिक दो लड़के गांव में रहते हैं और एक नारनौल में. वृद्धा तीन लड़कों में से अपने बेटे घनश्याम के पास रहती है. घनश्याम की पत्नी कांता उसे मारती पीटती है और जान से मारने की धमकी देती है. पर वृद्धा के बाकी बेटों और बहुओं का भी व्यवहार उनके प्रति अच्छा नहीं है. मुकेश और उनके साथ के गांव वालों ने बताया कि तीनों बेटों के ही घर में यही माहौल है. हर महीने पेंशन आते ही तीनों आपस में झंझट करने लगते हैं.
सोशल मीडिया पर एक अफवाह उड़ी कि वृद्धा के पति आजाद हिंद फौज में थे. पर गांव वाले और पुलिस ने सिरे से नकार दिया और बताया कि वो बीएसएफ में थे.
वीडियो वायरल होने होने के बाद बहू कांता अपने मायके दिल्ली चली गई. महिला थाना प्रभारी कमला देवी ने बताया कि बुजुर्ग चांदबाई के बयान और शिकायत के आधार पर उनकी बहू कांता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. थाना प्रभारी ने दिप्रिंट से बात करते हुए बताया कि कांता को दिल्ली के नजफगढ़ से ही गिरफ्तार कर लिया गया.
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स्थानीय पत्रकार दिप्रिंट से बात करते हुए बताते हैं कि शुक्रवार को सुबह जैसे ही यह विडियो वायरल हुआ तो सोशल मीडिया और वॉट्सऐप ग्रुप्स के जरिए नारनौल के महिला एवं सामाजिक संगठनों ने इसके बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी. जब यह साबित हो गया कि वीडियो नारनौल के गांव निवाजनगर का है और वृद्धा को पीटने वाली उनकी बहू ही है तब सामाजिक संगठनों के लोग और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से तीन अधिवक्ताओं की एक टीम भी निवाजनगर गांव पहुंच गई. इन लोगों ने मोबाइल पर वायरल हो रहे वीडियो को वृद्धा को दिखाया. वृद्धा ने पुष्टि की कि यह वीडियो उन्हीं का है और उनके साथ मारपीट करने वाली उनकी बहू कांता ही है. इसके बाद सबकी उपस्थिति में महिला पुलिस ने वृद्धा के बयान दर्ज किए.