नई दिल्ली: अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदा मामले में भारत को एक और सफलता हाथ लगी है. क्रिश्चियन मिशेल जेम्स के बाद मामले के सह आरोपी राजीव सक्सेना और कॉरपोरेट लॉबिस्ट दीपक तलवार संयुक्त अरब अमीरात से लाया गया है. इन दोनों से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अलग-अलग जगहों पर पूछताछ कर रहा है. सक्सेना और तलवार से जुड़े दो अलग-अलग मामलों में भ्रष्टाचार के कोणों की जांच करने वाली भारतीय एजेंसियों के लिए यह दूसरी बड़ी कामयाबी है.
जानकार सूत्रों ने बताया कि एक महानिरीक्षक रैंक के अधिकारी की अगुवाई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की दो सदस्यीय टीम और विदेश मंत्रालय व रॉ के अधिकारियों के साथ दोनों आरोपी दुबई से दिल्ली के विमान में सवार हुए जो तड़के करीब 2.30 बजे इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे (आईजीआई) पर पहुंचा. सूत्रों ने कहा, इसके तुरंत बाद तलवार को ईडी ने हिरासत में ले लिया.
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आव्रजन प्रक्रिया और चिकित्सीय जांच पूरी करने के बाद उन्हें ईडी के जामनगर हाउस कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया. सक्सेना को कथित तौर पर यूएई के सुरक्षा अधिकारियों ने बुधवार सुबह उनके घर से उठाया और 3,600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में उनकी भूमिका के लिए शाम को भारत को प्रत्यर्पित कर दिया गया. ईडी ने धन शोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत दोनों को गिरफ्तार किया है. दुबई प्रशासन ने भारतीय एजेंसियों के अनुरोध पर दोनों को बुधवार को पकड़ा था.
अधिकारियों ने बताया कि राजीव शमशेर बहादुर सक्सेना और दीपक तलवार दोनों लंबे समय से सीबीआई और ईडी की रडार पर थे राजीव जहां अगस्ता वेस्टलैंड मामले में 3,600 करोड़ रुपये और लॉबिस्ट दीपक तलवार विदेशी फंडिंग के जरिए प्राप्त 90 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का घोटाला करने के मामले में वांछित है.
आईएएनएस के इनपुट्स के साथ