नई दिल्ली: वह एक आकांक्षी मॉडल, टिकटॉक शौकीन और उसे तेज बाइक चलना पसंद है. उसने हमेशा फेम की आकांक्षा रखी और एक फैशन पत्रिका के कवर पर अपनी तस्वीर देखने का सपना देखा था.
लेकिन, वह बदनामी के कारण वह बड़ा बन गया. उसे विभाजन के बाद से राष्ट्रीय राजधानी में हुए सबसे खराब हिंदू-मुस्लिम दंगों के दौरान सार्वजनिक रूप से पुलिस पर बंदूक तानते हुए देखा गया और वह भीषण हिंसा के मुख्य चेहरों में से एक बन गया.
‘लाल शर्ट में शूटर’ के नाम से कुख्यात शाहरुख को पुलिस ने मंगलवार को पकड़ लिया. उस पर हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट के तहत और आपराधिक बल का इस्तेमाल कर किसी लोक सेवक को अपनी ड्यूटी निभाने से रोकने के लिए गिरफ्तार किया गया है.
विरोध करने वाली बहन को ‘बचाने’ के लिए गया
पूछताछ के दौरान शाहरुख ने पुलिस को बताया कि वह विरोध के लिए गया था और उसका पिस्तौल को बाहर निकालने का इरादा नहीं था. लेकिन जब ‘दूसरी तरफ’ के लोगों ने पथराव करना शुरू कर दिया, तो उसने तुरंत पिस्तौल निकाल ली.
हालांकि, शाहरुख के पड़ोसियों ने दिप्रिंट को बताया कि उसकी बहन नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में जाफराबाद में प्रदर्शनकारियों में से एक थी और जब उसे पता चला कि वहां हिंसा भड़क गयी है तो वह उस जगह पर ‘उसे बचाने’ के लिए गया.
शाहरुख के एक पड़ोसी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हिंसा के बारे में पता चलने पर वह बहुत क्रोधित हुआ और इसीलिए वह अपनी बहन की रक्षा के लिए उस जगह पर गया. यह संभवतः एक कारण हो सकता है कि उसने अपने साथ पिस्तौल क्यों रखी.
पिता के खिलाफ मामले दर्ज हैं
पुलिस के मुताबिक शाहरुख, जो अपने आवास पर मोज़े का निर्माण करता है. उसका आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. हालांकि, नार्कोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत और कथित रूप से नकली भारतीय मुद्रा नोटों की तस्करी के लिए उसके पिता के खिलाफ दो मामले दर्ज हैं.
एक दूसरे पड़ोसी ने दावा किया कि उसके पिता शब्बीर घटना के तीन दिन पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आये थे.
यह भी पढ़ें : लाल टी-शर्ट में फायरिंग करने वाला शाहरुख शौकिया रखता था पिस्टल, पुलिस कर रही है जांच
शाहरुख के पिता एक सिख थे, जो एक मुस्लिम महिला के प्यार में पड़ गए और उससे शादी कर ली. पुलिस सूत्र ने कहा, ‘यही वजह है कि शाहरुख को पंजाबी गाने पसंद हैं.’
पबजी का आदी, हुक्का पीने का शौक
पुलिस के अनुसार शाहरुख बीए कर रहा था लेकिन दूसरे वर्ष में मॉडलिंग में अपना करिअर बनाने के लिए उसने पढ़ाई छोड़ दी.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘उसने पोर्टफोलियो बनाया था, वह अभी बॉडी बनाने के लिए हर दिन जिम जाता है और म्यूजिक वीडियो स्टार बनना चाहता था.’
जब दिप्रिंट ने अरविंद नगर में शाहरुख के घर का दौरा किया, तो उनके कई पड़ोसियों ने कहा कि वह एक ‘मजेदार’ व्यक्ति है, जो मोबाइल गेम पबजी का ‘आदी’ है.
उसके पड़ोसी शाहबाज ने कहा, वह पबजी का एडिक्ट है. अगर वह इसे नहीं खेलता है, तो वह जिम में होता. जिम के उसके अधिकांश दोस्त गुज्जर थे. परिवार उसके लिए दुल्हन की तलाश कर रही थी. उसकी मां उसकी आदतों से नाराज़ थी और वह चाहती थी कि वह घर बसाए और पारिवारिक व्यवसाय में हिस्सा ले.
शाहरुख, जिसे अपने दोस्तों के साथ बाहर घूमने और हुक्का पीना पसंद था, ने एक म्यूजिक वीडियो भी शूट किया था, जो रिलीज के लिए तैयार है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, शाहरुख ने संगीत वीडियो के लिए शूटिंग की थी और इसके लिए कड़ी मेहनत की थी. उन्होंने कहा कि वह परेशान था कि वीडियो अब रिलीज़ नहीं किया जाएगा.
वह एक दिन के लिए दिल्ली गया, सीपी में पार्किंग में सोया
शाहरुख की तस्वीर वायरल होने के बाद वह अपनी कार से घर से निकला. गिरफ्तारी से बचने के लिए 24 घंटे से अधिक समय तक दिल्ली में घूमता रहा. एक अन्य पुलिस सूत्र के अनुसार, वह कनॉट प्लेस की पार्किंग में अपनी कार के अंदर भी सोया था.
पुलिस के सूत्र के अनुसार, ‘वह सीपी में अपनी कार के अंदर सोया और अगली सुबह वह अपने दोस्त से मिलने के लिए जालंधर, पंजाब के लिए रवाना हुआ लेकिन वह वहां नहीं गया और उसके बदले बरेली चला गया.’
‘बरेली पहुंचने से पहले वह पानीपत, अमरोहा और कैराना में रुक गया. वह कुछ दिनों के लिए बरेली में रुका और फिर शामली के लिए रवाना हुआ. वह शामली के लिए गया. जब वह शामली से निकल रहा था तो हमने उसे बस स्टॉप पर पकड़ा.’
चेनू गिरोह का लिंक
शाहरुख ने पुलिस को यह भी बताया कि वह 24 फरवरी को एक दोस्त के प्रोत्साहन पर विरोध प्रदर्शन में गया था और इलाके में पथराव शुरू होने के बाद अपनी पिस्तौल निकाल ली.
पुलिस ने पाया है कि शाहरुख चेनू गिरोह के सदस्यों के संपर्क में रहा है. एक अपराधी गिरोह जिसे उत्तर-पूर्व दिल्ली और यूपी के कुछ हिस्सों में संचालित करने के लिए जाना जाता है. हालांकि यह कहना मुश्किल है कि उसने उनके साथ काम किया है या नहीं.
पुलिस ने कहा कि शाहरुख ने जिस हथियार का इस्तेमाल किया था, वह बिहार के मुंगेर में बनी 7.65 बोर की पिस्तौल थी, जिसे उसने दो साल पहले खरीदा था.
अधिकारी ने कहा, ‘शाहरुख को फैक्ट्री में काम करने वाले मुंगेर के एक मजदूर ने उसे दो साल पहले पिस्तौल दिलाई थी. यह एक अच्छी गुणवत्ता वाला देश में निर्मित हथियार है. पूछताछ के दौरान उसने कहा कि उसके पास पांच गोलियां थीं, जिसमें से उसने तीन फायर किए और दो मिसप्लेस हो गए. जब पुलिस ने पूछा कि वह हथियार को क्यों रखता है तो शाहरुख ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह ‘खुशी के लिए’ रखता है.
यह भी पढ़ें : उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा के दौरान गोलीबारी का आरोपी शाहरुख यूपी से गिरफ्तार
उसने कहा कि पिस्तौल के साथ घूमना अच्छा लगता है और यही कारण है कि उन्होंने यह ऑर्डर दिया था. उसने कहा कि वह हथियार को मजे के लिए रखता है और उसे गंभीरता से लेने के लिए इसका इस्तेमाल कभी नहीं किया.
अधिकारी ने कहा, ‘यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि शाहरुख द्वारा चलाई गई गोलियों से प्रदर्शनकारियों में से कोई मरा है या नहीं. उसे एक पुलिसकर्मी पर पिस्तौल ताने हुए देखा जा सकता है, लेकिन उसने उस समय फायर नहीं किया था. उसने तीन से चार राउंड फायर किए लेकिन हमें अभी भी नहीं पता है कि उन गोलियों ने किसी को मारा था या नहीं. हम निश्चित रूप से जानते हैं कि हिंसा में 500 से अधिक गोलियां चलाई गई थीं.
पुलिस अब जांच कर रही है कि क्या शाहरुख चेनू गिरोह के सदस्यों के साथ नियमित रूप से संपर्क में था और वह दंगाइयों के लिए हथियारों की व्यवस्था करने में शामिल था या नहीं. पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हमने यह पता लगाने के लिए उसका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है कि क्या वह हिंसा को भड़काने या किसी भी तरह से भीड़ को जुटाने में शामिल था.
(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)