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बेंगलुरु, छह जून (भाषा) बेंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त का पदभार संभालने के कुछ ही घंटों बाद सीमांत कुमार सिंह ने शुक्रवार को कहा कि मुख्य प्राथमिकता लोगों में विश्वास पैदा करना और उन्हें यहां रहने के लिए शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करना है।
सिंह 1996 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं। उन्होंने बृहस्पतिवार देर रात बेंगलुरु के शीर्ष पुलिस अधिकारी के रूप में कार्यभार संभाला। इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बुधवार को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ के सिलसिले में कर्तव्य में लापरवाही पर शहर के पुलिस आयुक्त बी. दयानंद और अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया था। इस भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 56 लोग घायल हो गए थे।
जिस परिस्थिति में उन्होंने कार्यभार संभाला, उस पर उन्होंने कहा, “यह एक कठिन स्थिति है, इसमें कोई संदेह नहीं है। लेकिन बुनियादी पुलिस व्यवस्था मेरी प्राथमिकता है, और मैं अपने अधिकारियों के साथ चर्चा करूंगा और जनता व प्रेस तथा अन्य सभी लोगों द्वारा दिए गए सुझावों पर ध्यान दूंगा। उसके आधार पर, मैं एक-एक करके मुद्दों पर विचार करूंगा।”
इससे पहले, सिंह ‘बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन टास्क फोर्स’ में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के पद पर कार्यरत थे।
सिंह ने ‘पीटीआई वीडियो’ को बताया, “मैं अभी यह नहीं बता सकता कि मेरी प्राथमिकता क्या है, क्योंकि जब तक मैं अपने अधिकारियों से इस बारे में चर्चा नहीं कर लेता, तब तक यह कहना गलत होगा। लेकिन निश्चित रूप से, स्थिति चुनौतीपूर्ण है, और मुख्य प्राथमिकता लोगों के बीच विश्वास पैदा करना है। बेंगलुरु नगर पुलिस आपके लिए है और हमेशा आपके साथ रहेगी तथा आपको यहां रहने के लिए शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करेगी।”
भगदड़ की वजह बने ‘सिस्टम’ की कथित विफलता के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में पुलिस के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि एक अधिकारी के तौर पर उनके लिए यह कहना बहुत जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा, “कुछ चीजें गलत हुई होंगी। हम इस बारे में चर्चा करेंगे।”
पुलिस के निर्णयों में राजनीतिक हस्तक्षेप के बारे में बढ़ती चिंता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है और वह बुनियादी पुलिसिंग पर ध्यान केंद्रित करेंगे तथा सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करेंगे, “हमारे पास जो भी सर्वोत्तम प्रथाएं हैं, उन्हें ध्यान में रखा जाएगा”।
जब उनसे पूछा गया कि बेंगलुरु में भीड़ प्रबंधन और यातायात में क्या बदलाव की उम्मीद की जा सकती है, तो उन्होंने कहा, “भीड़ प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण है, और निर्दोष लोगों की जान नहीं जानी चाहिए, या लोगों को यातायात के कारण परेशानी नहीं होनी चाहिए। यह बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन निश्चित रूप से इसके लिए बहुत विस्तृत दृष्टिकोण की आवश्यकता है, जिस पर मैं निश्चित रूप से गौर करूंगा।”
भाषा प्रशांत दिलीप
दिलीप
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