नई दिल्लीः दिल्ली के मुंडका में 13 मई को लगी आग में जहां 50 लोग जलकर राख हो गए और सैकड़ों लोग घायल हो गए वहीं एक क्रेन ऑपरेटर दयानंद तिवारी ने उसी आग में से करीब 50-55 लोगों की जान भी बचाई.
तिवारी ने बताया, ‘मैं मुंडका उद्योग नगर से आ रहा था कि मैंने देखा कि एक बिल्डिंग में आग लगी हुई है. अपने क्रेन की मदद से हमने करीब 50-55 लोगों को बचाया, खासकर महिलाओं को.’
आगे उन्होंने कहा, ‘कि इसके बाद आग काफी बढ़ गई जिसकी वजह से हम और लोगों को नहीं निकाल पाए. इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हमारे क्रेन के मालिक और हेल्पर भी मौजूद थे. यह बहुत ही डरावना था.’ उनका कहना था कि आग बुझाने वाले मौके पर डेढ़ घंटे बाद पहुंचे.
दरअसल शुक्रवार को मुंडका के एक चार मंजिला इमारत में आग लगने से करीब 27 लोगों की मौत हो गई थी. आग की भयावहता ऐसी थी कि शनिवार तक धुआं उठता रहा. इस घटना में लापता लोगों की भी एक लंबी लिस्ट और अभी तक करीब सात लोगों की पहचान की गई है.
दमकल विभाग के लोगों का कहना था कि पहली मंजिल पर चल रहे जेनरेटर में शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लगी थी. इमारत का मालिक मनीष लखरा है जो अपने परिवार के साथ ऊपरी मंजिल पर रहता था. और दो भाइयों वरुण गोयल और हरीश गोयल ने इस इमारत की तीन मंजिलें किराए पर ले रखी थीं और वही कॉन्सट्रक्शन यूनिट के मालिक भी थे. रविवार को पुलिस ने इमारत के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है.
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