तिरुवनंतपुरम (केरल): केरल में सत्तारूढ़ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के विधायक वायनाड भूस्खलन से प्रभावित लोगों के लिए मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में एक महीने का वेतन – 50,000 रुपये – दान करेंगे.
मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने सीएमडीआरएफ में 1 लाख रुपये और उनकी पत्नी टीके कमला ने 33,000 रुपये का योगदान दिया.
इससे पहले, सीपीआई-एम के राज्य सचिव एमवी गोविंदन ने कहा कि पार्टी की केरल इकाई ने राहत कोष में 25 लाख रुपये का योगदान दिया है. उन्होंने कहा कि पार्टी की त्रिपुरा और तमिलनाडु इकाइयों ने 10-10 लाख रुपये का योगदान दिया है.
कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने घोषणा की कि वे वायनाड के लिए मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में अपना एक महीने का वेतन देंगे.
कई राजनेताओं, अभिनेताओं और व्यापारियों ने मुख्यमंत्री की अपील पर राहत कोष में योगदान दिया. अभियानों के माध्यम से, प्रभावित क्षेत्रों की सहायता के लिए विभिन्न क्षेत्रों से डोनेशन मिल रहा है.
मुख्यमंत्री ने पहले कहा था कि भूस्खलन प्रभावित वायनाड में बचाव अभियान के अंतिम चरण में अब तक 215 शव बरामद किए गए हैं. 206 लोग अभी भी लापता हैं और 83 का वायनाड, कोझीकोड और मलप्पुरम जिलों के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा कि कुल 10,042 लोगों को आश्रय शिविरों में स्थानांतरित किया गया है.
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि 30 जुलाई को वायनाड के चूरलमाला और मुंडक्कई में हुए भीषण भूस्खलन में मरने वालों की संख्या शुक्रवार तक 308 हो गई है.
ताजा जानकारी के अनुसार, 215 शव और 143 शरीर के अंग बरामद किए गए हैं, जिनमें 98 पुरुष, 87 महिलाएं और 30 बच्चे शामिल हैं. 212 शवों और 140 शवों के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और 148 शवों की पहचान अब तक रिश्तेदारों द्वारा की जा चुकी है.
अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार, वायनाड, कोझीकोड और मलप्पुरम जिलों के विभिन्न अस्पतालों में 82 लोगों का इलाज चल रहा है. आपदा क्षेत्र से कुल 504 लोगों को अस्पताल लाया गया. अब तक 205 लोगों को छुट्टी दे दी गई है.
राहत टीमों ने आज सुबह 7 बजे डॉग स्क्वायड के साथ तलाशी अभियान शुरू किया. भारतीय सेना की राहत टुकड़ियां भी मौके पर मौजूद हैं और सभी गतिविधियों का समन्वय उत्तर केरल के आईजीपी कर रहे हैं.
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