कोलकाता, 13 सितंबर (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की पश्चिम बंगाल इकाई ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की समन्वय समिति की बैठक में एक कुर्सी के खाली रखने के फैसले का बुधवार को मजाक उड़ाया।
तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी को इस समन्वय समिति में अपनी पार्टी का प्रतिनिधित्व करना था लेकिन आज बैठक के दिन ही उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के लिए तलब किया था। समन्वय समिति की बैठक में उनकी कुर्सी खाली रखी गई।
माकपा के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम ने संवाददाताओं से कहा कि अभिषेक बनर्जी की ‘पादुका’ रखी जा सकती थी।
संवाददाताओं ने सलीम से कहा था कि शिवसेना (उद्धव बालासाहब ठाकरे ) के नेता संजय राउत ने बताया कि तृणमूल सांसद की गैरमौजूदगी में बुधवार को समन्वय समिति की बैठक में एक कुर्सी खाली रखी गयी क्योंकि तृणमूल सांसद को ईडी ने तलब किया था।
सलीम ने कहा, ‘‘ वे पादुका रख सकते थे। रामायण में ऐसा प्रकरण है।’’
वह भगवान राम के 14 साल के वनवास के दौरान उनके भाई भरत द्वारा राजसिंहासन पर उनकी पादुका रखे जाने का हवाला दे रहे थे।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की समन्वय समिति ने बुधवार को दिल्ली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार के निवास पर अपनी पहली बैठक की। माकपा भी इस गठबंधन की हिस्सा है।
माकपा ने इस समिति के लिए अब तक अपने किसी नेता को नामित नहीं किया। माकपा के पोलित ब्यूरो की 16-17 सितंबर को होने वाली बैठक में इस पर निर्णय लिया जाएगा कि इस समिति में पार्टी का प्रतिनिधित्व कौन करेगा।
अभिषेक बनर्जी प्रवर्तन निदेशालय द्वारा तलब किये जाने पर आज यहां उसके कार्यालय गये। उन्हें शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में पूछताछ के लिए ईडी ने बुलाया था।
सलीम ने मांग की कि केंद्रीय एजेंसियों को बिना किसी राजनीतिक रंग या अन्य बातों को ध्यान में रखते हुए निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘ माकपा सीजीओ परिसर के पास पांच अक्टूबर को प्रदर्शन करेगी जहां ईडी और सीबीआई के कार्यालय हैं।’’
भाषा राजकुमार अविनाश
अविनाश
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