नई दिल्ली: राजस्थान के राजसमंद से भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया. वह कोरोना से संक्रमित थीं और कुछ ही दिनों पहले उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद से ही उनका इलाज गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था.
पिछले एक हफ्ते में कोविड संक्रमण से मरने वाले नेताओं में यह तीसरी मौत है जबकि अभी तक कई बड़े दिग्गज नेताओं जिनमें अहमद पटेल और तरुण गोगोई को कोविड अपनी चपेट में ले चुका है.
भाजपा नेता और राजस्थान के राजसमंद से विधायक किरण माहेश्वरी का हरियाणा के गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वो कोरोना से संक्रमित थी और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। (तस्वीर: किरण माहेश्वरी के ट्विटर से) pic.twitter.com/HsvN7phzAw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 30, 2020
पीएम ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा नेता और राजस्थान के राजसमंद से विधायक किरण माहेश्वरी के निधन पर शोक व्यक्त किया.
पीएमओ ने पीएम के हवाले से ट्वीट किया, ‘उन्होंने राज्य की प्रगति की दिशा में काम करने और गरीबों को सशक्त बनाने के लिए कई प्रयास किए.’
Pained by the untimely demise of Kiran Maheshwari Ji. Be it as MP, MLA or Cabinet Minister in the Rajasthan Government, she made numerous efforts to work towards the progress of the state and empower the poor as well as marginalised. Condolences to her family. Om Shanti: PM Modi
— PMO India (@PMOIndia) November 30, 2020
बीजेपी विधायक किरण माहेश्वरी के निधन पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने शोक व्यक्त किया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, राजसमंद (राजस्थान) से विधायक बहन किरण माहेश्वरी जी का निधन बेहद दुखद है. उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज की सेवा और हितों को संरक्षित करने के लिए समर्पित किया. मेरे लिए उनका निधन व्यक्तिगत क्षति है. ईश्वर दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दें परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं.
आगे लिखा कि किरण जी के साथ राजनीतिक-सामाजिक जीवन में लम्बे अरसे तक काम किया. सामाजिक विषयों विशेषतः महिलाओं व वंचित वर्गों के अधिकारों की वे सशक्त आवाज थीं. दीन-दुखियों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहने वाली किरण जी को उनकी निर्भीकता व स्पष्टवादिता के लिए सदैव याद किया जाएगा.
राजसमंद (राजस्थान) से विधायक बहन @kiransnm जी का निधन बेहद दुखद है। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज की सेवा और हितों को संरक्षित करने के लिए समर्पित किया। मेरे लिए उनका निधन व्यक्तिगत क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दें।परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ।
— Om Birla (@ombirlakota) November 29, 2020
कई नेताओं को लील चुका है कोविड
बता दें कि कोविड ने अभी तक कई नेताओं की जान ली है. पिछले दिनों कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता अहमद पटेल, असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई सहित देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी सहित केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी भी शामिल है. सुरेश अंगड़ी 65 वर्ष के थे.
16 सिंतबर को आंध्र प्रदेश में तिरुपति से सांसद बल्ली दुर्गा प्रसाद की चेन्नई के अपोलो अस्पताल में कोरोना की चपेट में आने से मौत हो गई थी. बल्ली दुर्गा प्रसाद युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी से थे. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया था. 64 साल के दुर्गा प्रसाद नेल्लूर में गुडुर से विधायक रह चुके थे.
इसी दौरान राज्यसभा सांसद अशोक गस्ती का भी कोरोना वायरस के चलते निधन हो गया. अशोक गस्ती बीजेपी के कर्नाटक से सांसद थे.
अशोक गस्ती हाल ही में राज्यसभा सांसद चुने गए थे और वह एक बार भी संसद नहीं पहुंचे थे. 55 साल के अशोक गस्ती को मल्टी ऑर्गन फ़ेलियर की दिक़्क़त हो गई थी.
इससे पहले 28 अगस्त को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से कांग्रेस सांसद एच वसंतकुमार कोविड की चपेट में आने से जान गंवाई थी. 70 साल के वसंतकुमार को कोरोना वायरस से संक्रमित होने के चलते 10 अगस्त को चेन्नई में भर्ती कराया गया था.
वहीं कई राज्यों के विधायक और कद्दावर नेताओं को भी कोरोना से अपनी चपेट में लिया है उसमें से कुछ तो स्वस्थ्य हो गए लेकिन कुछ को बचाया नहीं जा सका. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी उनमें से एक हैं.
शाह समेत कई स्वस्थ हुए
अमित शाह का पहले इलाज मेदांता में हुआ फिर वो दो बार एम्स में भर्ती रहे अब वह पूर्णत स्वस्थ हैं और चुनाव प्रचार में लगे हैं. शाह के अलावा केंद्रीय सड़क परिवहन एंड राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, आप विधायक आतिशी मार्लेना और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री व पीडब्ल्यू मंत्री अशोक चव्हाण, देवेंद्र फडणवीस, उमा भारती भी कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं. लेकिन इन सभी नेताओं ने कोरोना को मात दी और स्वस्थ होकर घर लौटे.
जबकि यूपी, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में कई विधायकों की कोरोनावायरस के कारण मौत हो गई है.
उत्तर प्रदेश में एक महीने में ही दो मंत्रियों की जान ली थी जिसमें योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में एकमात्र महिला मंत्री कमल रानी वरुण की कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई थी. कमल रानी वरुण यूपी की तकनीकी शिक्षा मंत्री थीं.
उनके बाद क्रिकेटर से नेता बने नागरिक सुरक्षा मंत्री चेतन चौहान की जान भी कोविड ने ली थी.
मध्य प्रदेश से कांग्रेसी विधायक गोवर्धन डांगी की 15 सितंबर को कोरोन वायरस के कारण मौत हो गई थी. गोवर्धन डांगी राजगढ़ में ब्यावरा से विधायक थे.