नई दिल्ली: बिहार, पश्चिम बंगाल, असम और ओडिशा में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन राज्यों को वायरस का संक्रमण रोकने और मृत्यु दर एक प्रतिशत से नीचे रखने के लिए नए सिरे से प्रयास करने को कहा है.
इन राज्यों में लॉकडाउन को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने जोर दिया है कि संक्रमण के मामलों का जल्द पता लगाने और मृत्यु दर कम करने के लिए पाबंदी का इस्तेमाल निषिद्ध क्षेत्र पर ध्यान देने, संक्रमण के ज्यादा मामले वाले क्षेत्रों में जांच और निगरानी बढ़ाने के वास्ते किया जाए .
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने इन राज्यों के प्रधान सचिवों (स्वास्थ्य) को इस संबंध में एक पत्र लिखा है.
इसमें कहा गया है कि नए मामलों के कम से कम 80 प्रतिशत संपर्क का पता लगाना और संक्रमण की पुष्टि होने पर 72 घंटे के भीतर क्वारेंटाइन और आइसोलेशन को सुनिश्चित किया जाए.
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक कार्यालय पत्र के मुताबिक केंद्र ने महामारी से निपटने की दिशा में समन्वय और समीक्षा को लेकर बिहार के लिए एक बहु-विषयक टीम भी तैनात करने का फैसला किया है.
बिहार में तेजी से बढ़ें संक्रमित
बता दें कि पिछले एक हफ्ते में बिहार में कोविड मरीजों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है. इसी के मद्देनजर बिहार सरकार ने सूबे में 31 जुलाई तक लॉकडाउन घोषित किया है.
बिहार में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 174 हो गई है जबकि एक ही दिन में 1,800 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमित लोगों की 23,300 हो गई है.
स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि बीते 24 घंटे में संक्रमण के 901 नए मामले सामने आए हैं. सबसे अधिक 122 नए मामले सीवान से सामने आए हैं. इसके अलावा नालंदा से 105, पटना से 99, पश्चिमी चंपारन से 98 और मुंगेर से 58 मामले सामने आए हैं.