नई दिल्ली : देश में चिकित्सीय ऑक्सीजन की बढ़ती मांग के बीच ऑक्सीजन के परिवहन के लिए दुबई से दो टैंकर मंगाए गए हैं. गृह मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी. वहीं ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन ने भी ऑक्सीजन, वेंटिलेटर समेत मेडिकल उपकरण भेज रहे हैं.
इससे पहले, शनिवार को सिंगापुर से ऑक्सीजन लाने और ले जाने के लिए चार क्रायोजेनिक (कम तापमान बनाए रखने में सक्षम) टैंकर मंगाए गए थे.
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने ट्वीट किया, ‘भारतीय वायु सेना का सी-17 विमान आज दुबई पहुंचा जो कोविड-19 की मौजूदा लहर में ऑक्सीजन उपलब्धतता बढ़ाने के प्रयासों के तहत ऑक्सीजन के परविहन के लिए जरूरी और खाली टैंकरों को लेकर आएगा. गृह मंत्रालय प्रयासों में समन्वय कर रहा है.’
देश कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहा है और कई राज्यों के अस्पताल चिकित्सीय ऑक्सीजन और बेड की कमी का सामना कर रहे हैं.
गृह मंत्रालय शुक्रवार से, देश में कई रिफिल केंद्रों में खाली ऑक्सीजन टैंकर पहुंचाने के प्रयासों के समन्वय को देख रहा है ताकि कोविड-19 मरीजों के इलाज में अत्यंत जरूरी चिकित्सीय ऑक्सीजन के वितरण को गति दी जा सकी.
देश में कोरोनावायरस की स्थिति गंभीर होती जा रही है जहां सोमवार को संक्रमण के 3,52,991 मामले सामने आए और रिकॉर्ड 2,812 लोगों की मौत हुई है.
केंद्र सरकार देश के विभिन्न हिस्सों से ऑक्सीज जुटाने और स्पेशल रेलगाड़ियां चलाकर सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में इसे पहुंचाने की कोशिश कर रही है.
भारत को ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और पीपीई भेजेगा ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया कोविड-19 के मामलों में ताजा उछाल से जूझ रहे भारत को तत्काल सहायता के रूप में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) भेजेगा. स्वास्थ्य मंत्री ग्रेग हंट ने सोमवार को यह बात कही.
ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन समाचार चैनल ने हंट के हवाले से कहा कि संघीय सरकार इस बात पर विचार कर रही है कि वह मदद के लिये क्या भेज सकती है.
संघीय स्वास्थ्य मंत्री हंट ने कहा, ‘भारत वास्तव में ऑक्सीजन की समस्या से जूझ रहा है. हम राष्ट्रीय चिकित्सा भंडार से मदद कर सकते हैं, लेकिन वे मुख्य रूप से ऑक्सीजन आपूर्ति के संबंध में सहायता मांग रहे हैं. हम इस मामले में विशेष रूप से राज्यों के साथ बात कर रहे हैं.’
खबर के अनुसार संघीय सरकार ने तत्काल सहायता पैकेज के तहत भारत को ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण भेजने की भी पुष्टि की है, जिसकी घोषणा मंगलवार को की जानी है.
हालांकि ऑस्ट्रेलिया टीके नहीं भेजेगा.
हंट ने कहा, ‘हम उस मोर्चे पर मजबूत स्थिति में हैं क्योंकि फिलहाल हमें उनकी जरूरत नहीं है. फिर भी हम स्टॉक रखेंगे. लेकिन अगर हो सकेगा तो सहायता के तौर पर (उन्हें दान किया जाएगा). ‘
भारत को कोई सहायता देने और ऑस्ट्रेलिया में संक्रमण फैलने के खतरे को कम करने के लिये अतिरिक्त कदम उठाए जाने के मामलों पर चर्चा के लिये मंगलवार को कैबिनेट की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक होगी.
ब्रिटेन वेंटिलेटर और ऑक्सीजन संकेंद्रक जैसे मेडिकल उपकरण भेज रहा
कोरोनावायरस महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत के लिए ब्रिटेन ने रविवार को वेंटिलेटर और ऑक्सीजन संकेंद्रक समेत अन्य जीवन-रक्षक चिकित्सा उपकरण भेजने की घोषणा की.
दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग ने कहा कि कोविड-19 महामारी से निपटने में सहायता के लिए 600 मेडिकल उपकरण भारत भेजे जाएंगे.
उन्होंने कहा कि वेंटिलेटर और ऑक्सीजन संकेंद्रक उपकरण रविवार को ही भारत रवाना किए जाएंगे और इनकी पहली खेप मंगलवार तड़के दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है. साथ ही अन्य उपकरणों की खेप भी इस सप्ताह के बाद दिल्ली पहुंचेगी.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा, ‘ कोविड-19 से लड़ाई के इस कठिन समय में हम मित्र एवं साझेदार की तरह भारत के साथ खड़े हैं.’
ब्रिटिश उच्चायोग ने जॉनसन के हवाले से कहा, ‘ इस घातक वायरस से लोगों का जीवन बचाने के प्रयास में सहयोग के तौर पर सैकड़ों वेंटिलेटर एवं ऑक्सीजन संकेंद्रक समेत अन्य महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण ब्रिटेन से भारत रवाना किए जा रहे हैं.’