नई दिल्ली: देशभर में बढ़ते कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते विश्व हिंदू परिषद ने भी अपने कार्यक्रम में फेरबदल कर दिया है. देशभर में मनाई जाने वाली हनुमान जयंती भी इसबार सार्वजनिक कार्यक्रम में न मनाई जाकर घर-घर में मनाने का आह्वाव किया है.
वीएचपी के केंद्रीय महासचिव मिलिंद परांडे के अनुसार,’विश्व हिंदू परिषद् द्वारा वर्ष प्रतिपदा से पूर्णिमा और हनुमान जयंती 25 मार्च से 2 अप्रैल तक प्रत्येक ग्राम में रामोत्सव मनाने का तय किया था. लेकिन कोरोना महामारी के कारण सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए है.’
उन्होंने लोगों ने निवेदन किया है कि हनुमान जयंती का उत्सव भी सभी लोग अपने अपने परिवारों के साथ ही मनाएं.सभी सदस्य निश्चित दूरी पर बैठकर 11 बार हनुमान चालिसा का पाठ करेों, हनुमान जी की आरती करे और प्रसाद करें.’
वीएचपी का कहना केंद्र सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए देशभर में अधिक से अधिक गांवों में तथा अधिक अधिक परिवारों में हनुमान जयंती का उत्सव मनाएं. यही हमारा आह्वान है. हम बजरंग दल के आराध्य बजरंग बली की जयंती को बलोपासना दिवस के रुप में हर वर्ष मनाते आए है.
गौरतलब है कि देशभर में बढ़ते कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते विश्व हिंदू परिषद ने श्रीराम महोत्सव के कार्यक्रम को भी टाल दिया था. वीएचपी ने सभी से घर या निकट के मंदिरों में ही श्रीराम जय राम जय जय राम का जाप करने का आह्वान किया था.
विहिप ने शुरु की हेल्पलाइन
लोगों को परेशानी को देखते हुए देश के प्रत्येक राज्य में विहिप ने हेल्पलाइन की सुविधा शुरु की है.मध्यप्रदेश, गुजरात, पंजाब जैसे अनेक राज्यों में जिला स्तर तक यह शुरु की है. वही लॉकडाउन के चलते गरीबों की परेशानी को देखते हुए सभी शहरों में भोजन पैकेट देने की व्यवस्था भी शुरु की है.देशभर में ढाई हजार से अधिक स्थानों पर पंद्रह हजार कार्यकर्ता इस काम में लगे हुए है.