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Friday, 10 May, 2024
होमदेशहरियाणा सरकार ने कोविड-19 से लड़ने वाले स्वास्थ्य अधिकारियों और श्रमिकों का वेतन दोगुना किया

हरियाणा सरकार ने कोविड-19 से लड़ने वाले स्वास्थ्य अधिकारियों और श्रमिकों का वेतन दोगुना किया

यह कदम हरियाणा में कोविड-19 मामलों की संख्या में वृद्धि के बीच आया है, जिसके लिए अधिकारियों ने पिछले महीने दिल्ली में तबलीग़ी जमात कार्यक्रम को जिम्मेदार ठहराया है.

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चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने राज्य में कोविड -19 के प्रकोप से निपटने वाले सभी स्वास्थ्य सेवा अधिकारियों और श्रमिकों के वेतन को दोगुना करने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुरुवार शाम एक वीडियो के माध्यम से यह घोषणा की.

हरियाणा पहला ऐसा राज्य है जिसने स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोनवायरस के कारण होने वाली महामारी के खिलाफ लड़ाई जारी रखने के लिए प्रेरित किया.

खट्टर ने कहा, ‘हमने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री (अनिल विज) के साथ विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया है. उन सभी स्वास्थ्य अधिकारियों, जिनमें अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और क्लास -4 कर्मचारी साथ ही एंबुलेंस और परीक्षण केंद्रों के साथ काम करने वाले कर्मचारियों का दोगुना वेतन दिया जाएगा.

हालांकि, हरियाणा कांग्रेस भाजपा की अगुवाई वाली सरकार के कदम का श्रेय लेने के लिए तत्पर है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और हरियाणा के पूर्व विधायक रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘प्रिय खट्टर जी कोविड -19 रोगियों का इलाज करने वाले डॉक्टरों/ स्वास्थ्य कर्मचारियों के वेतन को दोगुना करने की कांग्रेस की मांग को स्वीकार करने के लिए आभारी हैं. मैं फिर से सभी डॉक्टर्स / हेल्थ वर्कर्स को लाभ देने का अनुरोध करता हूं. पीपीई/ मास्क की अनुपस्थिति में उन पर प्रभाव कोविड-19 से लड़ने में प्रभाव पड़ सकता है.’

उन्होंने ट्वीट में में यह भी कहा कि कोविड-19 के संक्रमण के खतरे के बावजूद सेवारत कर्मचारियों की श्रेणी -1 है. चौबीस घंटे ड्यूटी पर रहने वाले पुलिस अधिकारी, सफ़ाई कर्मचारी अथक सेवा कर रहे हैं, बिजली और पेयजल कर्मचारी हैं. कृपया इन्हें भी दोगुना वेतन का लाभ दें

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सुरजेवाला ने 31 मार्च के वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकार से पुलिस कर्मियों और स्वच्छता कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए कहा, जो डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के साथ, घातक वायरस के प्रसार की जांच करने के लिए हमारी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.

सुरजेवाला ने कहा, ‘राज्य के पुलिसकर्मियों और सफ़ाईकर्मियों को तीन महीने के लिए 50 प्रतिशत वेतन वृद्धि देकर सरकार द्वारा सराहना की जानी चाहिए, क्योंकि इस समय उनकी सेवाएं महत्वपूर्ण हैं.’

मरीजों की संख्या में वृद्धि

हालांकि, लॉकडाउन के पहले सप्ताह में इसे प्रभावी रूप से शामिल करने के बाद हरियाणा ने कोविड-19 मामलों की संख्या में अचानक उछाल दर्ज किया है.

मरीजों की संख्या में उछाल के लिए उन लोगों की उपस्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, जो मार्च के मध्य में दिल्ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे.

स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव राजीव अरोड़ा ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया कि हरियाणा में 107 कोविड -19 मामलों को तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने वालों पर नज़र रखी जा रही है.

गुरुवार को फरीदाबाद, पलवल, नूंह और गुरुग्राम में तबलीगी जमात के सदस्यों द्वारा ताजा मामलों के साथ राज्य में सकारात्मक मामलों की संख्या 35 से बढ़कर 156 हो गई है. 2 अप्रैल को पलवल में संख्या बढ़कर 28 हो गई, जबकि फरीदाबाद में संख्या 28 और नूंह में छह है. जहां 3 मार्च को पहले तीन मामलों का पता चला था, अब यह संख्या बढ़कर 38 हो गई है.

बढ़ती संख्या के साथ इन हॉटस्पॉट के भीतर संक्रमण को रोकने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए गए हैं. नूंह में, 36 गांवों को कन्टेनमेंट जोन के रूप में घोषित किया गया है और 104 गांवों को बफर जोन के रूप में घोषित किया गया है. जबकि पलवल में 9 गांवों में 27 कन्टेनमेंट जोन हैं. फरीदाबाद में 13 क्षेत्रों को कन्टेनमेंट जोन के रूप में घोषित किया गया है.

स्वास्थ्य टीम पर हमला किया

हरियाणा के पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने दिप्रिंट को बताया इस बीच स्वास्थ्य अधिकारियों की एक टीम जो पंचकुला की राजीव कॉलोनी में डोर-टू-डोर जांच कर रही थी, तबलीगी जमात के सदस्यों की तलाश कर रही थी लोगों ने उन पर हमला किया गया और तलाशी लेने से रोक दिया गया.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि लगभग 1,600 सदस्यों को ट्रैक और क्वारंटाइन किया गया था.

स्वास्थ्य मंत्री विज ने मंगलवार को एक चेतावनी जारी की थी कि सभी तबलीगी और उनके सहयोगियों को सरकार को उनके ठिकाने के बारे में सूचित करना चाहिए, नहीं जानकारी देने पर उन्हें भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा. यह समय सीमा बुधवार शाम 5 बजे तक थी.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि यमुनानगर जिले में समय सीमा समाप्त होने के बाद पांच सदस्यों का पता लगाया गया और उनको बुक किया गया.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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