नई दिल्ली: कोरोनावायरस से प्रभावित ईरान में फंसे 230 से अधिक और इटली में फंसे 218 भारतीयों को निकाला गया है. ईरान से भारतीय को लेकर आ रहे एयर इंडिया के दो विमान रविवार सुबह यहां पहुंचे और यात्रियों को जैसलमेर में भारतीय सेना के स्वास्थ्य केंद्र में अलग रखा गया है.
रक्षा प्रवक्ता कर्नल संबित घोष ने बताया कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि ईरान से कुल 234 भारतीयों को निकाला गया है. प्रवक्ता ने कहा, ‘एयर इंडिया के दो विमान से 236 लोग आज सुबह जैसलमेर पहुंचे.’ जयशंकर ने बताया कि भारतीयों में 131 छात्र और 103 श्रद्धालु हैं.
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘ईरान में फंसे 234 भारतीय यहां पहुंच गए हैं जिनमें 131 छात्र और 103 श्रद्धालु हैं.’ उन्होंने कहा, ‘राजदूत धामू गद्दाम और ईरान में भारतीय टीम के प्रयासों के लिए उनका शुक्रिया. ईरानी अधिकारियों का शुक्रिया.’ कर्नल घोष ने कहा, ‘उन्हें जैसलमेर में भारतीय सेना के स्वास्थ्य केंद्र में अलग रखा गया है.’
234 Indians stranded in #Iran have arrived in India; including 131 students and 103 pilgrims.
Thank you Ambassador @dhamugaddam and @India_in_Iran team for your efforts. Thank Iranian authorities.— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) March 14, 2020
यह केंद्र कुशल चिकित्सकों की देखरेख में अलग रखने की आवश्यक अवधि के लिए सभी उपकरणों से लैस है. उन्होंने कहा कि सैनिक विदेशों से लौट रहे देशवासियों की देखभाल और उनका सहयोग कर रहे हैं. सेना का स्वास्थ्य केंद्र नागरिक प्रशासन, हवाईअड्डा अधिकारियों और वायु सेना के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि ईरान से निकाले गए नागरिकों की उचित देखभाल की जाए.
236 Indian national evacuated from Iran are being quarantined at the Indian Army Wellness Centre in Jaisalmer. #CoronaVirusUpdates @ThePrintIndia pic.twitter.com/txDwOcDrwZ
— Snehesh Alex Philip (@sneheshphilip) March 15, 2020
ईरान से निकाले गए भारतीयों का यह तीसरा समूह है. 44 भारतीय श्रद्धालुओं का दूसरा समूह शुक्रवार को ईरान से यहां पहुंचा था. ईरान से 58 भारतीय श्रद्धालुओं का पहला समूह मंगलवार को लौटा था. ईरान कोरोनावायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों में शामिल है और सरकार वहां फंसे भारतीयों को वापस लाने की योजनाओं पर काम कर रही है.
इटली में फंसे 218 भारतीय स्वदेश पहुंचे
कोरोनावायरस से प्रभावित इटली में फंसे 211 छात्रों समेत कुल 218 भारतीय स्वदेश पहुंच गए हैं. विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने बताया कि उनमें से सभी को 14 दिनों के लिए अलग रखा जाएगा. नीचे दिख रहे ट्वीट में आप उस विमान को देख सकते हैं जो इटली से 218 लोगों को लेकर लौटे हैं.
218 evacuees from Milan, Italy reached IGI Airport, New Delhi at 10 AM this morning. Will be taken to @ITBP_official Quarantine Facility, Chhawla, New Delhi. #CoronaVirusUpdates @ThePrintIndia pic.twitter.com/cNs9dw4XMX
— Snehesh Alex Philip (@sneheshphilip) March 15, 2020
मुरलीधरन ने ट्वीट किया, ‘मिलान से 211 छात्रों समेत 218 भारतीय दिल्ली पहुंचे. सभी को 14 दिनों के लिए अलग रखा जाएगाय भारतीय जहां कहीं भी मुसीबत में हैं, भारत सरकार उन तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध है.’
218 Indians including 211 students from Milan landed in Delhi. All will be quarantined for 14 days. GoI is committed to reach out to Indians in distress, wherever they are!
Appreciate Govt. of Italy for their support and team @IndiainItaly @cgmilan1 @airindiain .@DrSJaishankar
— V. Muraleedharan (@MOS_MEA) March 15, 2020
उन्होंने कहा, ‘इटली सरकार, इटली में भारतीय दल, एयर इंडिया और विदेश मंत्री एस जयशंकर के सहयोग के लिए उनका शुक्रिया.’
करतारपुर साहिब यात्रा पर अस्थायी रोक
कोरोनावायरस के प्रकोप के मद्देनजर पाकिस्तान में स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा की धार्मिक यात्रा और उसके लिए पंजीकरण को रविवार आधी रात से निलंबित कर दिया जाएगा. गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी है.
कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए सरकार ने रविवार रात 12 बजे से अंतरराष्ट्रीय सीमा के जरिए पाकिस्तान से आने वाले सभी तरह के यात्रियों पर रोक लगा दी है.
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘भारत में कोविड19 के प्रकोप को देखते हुए और बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए एहतियाती उपाय के तहत 16 मार्च 2020 (रविवार) रात 12 बजे से श्री करतारपुर साहिब की यात्रा और उसके लिए पंजीकरण को अगले आदेश तक अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है.’
इससे पहले, शनिवार को सरकार ने नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और म्यामार की सीमाओं से लगे ज्यादातर जमीनी रास्तों को भी 15 मार्च की मध्य रात्रि से बंद कर दिया है. हालांकि, कुछ रास्ते लोगों के आवागमन के लिए खुले रहेंगे. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल नवंबर में पंजाब के डेरा नानक साहिब को पाकिस्तान के करतारपुर साहिब गुरुद्वारे से जोड़ने वाले एक गलियारे का उद्घाटन किया था.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)