नयी दिल्ली, 23 मई (भाषा) इस वर्ष के संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन (सीओपी 30) के मेजबान ब्राजील ने सभी देशों से वैश्विक जलवायु व्यवस्था में विश्वास बहाल करने और इसे वास्तविक जीवन से जोड़ने के लिए तत्परता, सहानुभूति और साझा उद्देश्य की भावना के साथ मिलकर काम करने का आह्वान किया है।
अगले महीने बॉन में संयुक्त राष्ट्र की मध्य-वार्षिक जलवायु बैठक से पहले यह आह्वान किया गया है।
सरकारों को लिखे एक विस्तृत पत्र में, सीओपी30 के अध्यक्ष आंद्रे अरन्हा कोरेया डो लागो ने कहा कि जून में बॉन में होने वाली वार्ता को ‘‘टालमटोल और स्थगन’’ तक सीमित नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि इसके बजाय इस वर्ष नवंबर में बेलेम में होने वाले सीओपी30 में साहसिक निर्णय लेने के लिए मंच तैयार करने में मदद करनी चाहिए।
पत्र में कहा गया है, ‘‘यदि वर्ष की पहली औपचारिक वार्ता का अवसर विलंब और निर्णय को स्थगित करने की भेंट चढ़ गया, तो यह बहुत बड़ी क्षति होगी।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘प्रगति में विफलता…मानवता की जरूरतों के अनुरूप परिणाम देने के लिए बहुपक्षीय प्रक्रिया की निरंतर क्षमता में विश्वास को और कम कर देगी।’’
जर्मनी के बॉन में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली संयुक्त राष्ट्र की मध्य-वार्षिक जलवायु बैठकें देशों को सीओपी नामक वार्षिक संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन से पहले तकनीकी विवरण तैयार करने में मदद करती हैं।
सहायक निकायों के सत्रों के रूप में ये सत्र मसौदा पाठों को सुलझाने, विवाद के बिंदुओं की पहचान करने और राजनीतिक रुख निर्धारित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। यदि देश बॉन में पर्याप्त प्रगति नहीं करते हैं, तो सीओपी में किसी भी बात पर सहमत होना बहुत कठिन हो जाता है।
ब्राजील की अध्यक्षता ने बॉन और सीओपी30 के लिए तीन प्रमुख प्राथमिकताओं को रेखांकित किया है: संयुक्त राष्ट्र जलवायु व्यवस्था के तहत बहुपक्षवाद को सुदृढ़ करना, जलवायु कार्रवाई को रोजमर्रा के जीवन से जोड़ना और सरकारों, व्यवसायों और समुदायों में कार्रवाई को प्रोत्साहित करके पेरिस समझौते के कार्यान्वयन में तेजी लाना।
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