scorecardresearch
Saturday, 21 December, 2024
होमदेशपंजाब में घमासान जारी, 'लॉलीपॉप' वाले बयान के बाद चन्नी के साथ केदारनाथ पहुंचे सिद्धू

पंजाब में घमासान जारी, ‘लॉलीपॉप’ वाले बयान के बाद चन्नी के साथ केदारनाथ पहुंचे सिद्धू

सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी भी दोनों के साथ उत्तराखंड स्थित इस मंदिर में पहुंचे.

Text Size:

चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने हिमालयी क्षेत्र में स्थित केदारनाथ धाम के मंगलवार को दर्शन किए. दोनों नेताओं में मतभेद की खबरों के बीच यह दौरा हुआ है.

सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी भी दोनों के साथ उत्तराखंड स्थित इस मंदिर में पहुंचे.

उन्होंने बताया कि चन्नी, सिद्धू और चौधरी मंदिर में प्रार्थना करने के लिए मंगलवार की सुबह रवाना हुए. देहरादून पहुंचने के बाद, पंजाब के नेताओं ने पार्टी नेता हरीश रावत से भी मुलाकात की. हरीश रावत इससे पहले पंजाब मामलों के लिए पार्टी के प्रभारी थे.

चन्नी और सिद्धू का दौरा ऐसे समय में हुआ है जब एक दिन पहले पूर्व क्रिकेटर सिद्धू ने चुनाव से ठीक पहले ‘लॉलीपॉप’ की पेशकश करने वाले राजनेताओं पर हमला बोला और लोगों से पंजाब के कल्याण के एजेंडे पर वोट देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि पंजाब का कल्याण दांव-पेंच से नहीं बल्कि रोडमैप से होगा.

सिद्धू ने हाल ही में बने संयुक्त हिंदू महासभा के द्वारा सोमवार को चंडीगढ़ में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि अंत के दो महीनों में लोगों को लॉलीपॉप दीजिए. लेकिन सवाल यह है कि वे ये कहां से देंगे. पंजाब के कल्याण के लिए रोडमैप की जरूरत है.

नेताओं और राजनीतिक पार्टियों को मुफ्त की चीजें बांटने वाली राजनीति न करने की सलाह देते हुए उन्होंने लोगों से भी ऐसे मुद्दे पर वोट करने की अपील की जिससे राज्य का कल्याण हो सके.

उन्होंने कहा था, ‘राज्य के ऊपर 5 लाख करोड़ का ऋण है . अगर लोगों को लगता है कि राज्य इसे चुकाएगा तो यह लोगों की भूल है. इसका भार लोगों पर ही डाला जाएगा. अगर खजाने में बहुत पैसा है तो वे टीचर्स की तनख्वाह बढ़ाकर 50 हज़ार रुपये क्यों नहीं कर देते.’

सिद्धू की यह टिप्पणी उस दिन आई जब चन्नी ने घरेलू श्रेणी के लिए बिजली दरों में तीन रुपये प्रति यूनिट की कटौती और पंजाब में सरकारी कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के लिए महंगाई भत्ता बढ़ाने की घोषणा की. राज्य में अगले साल के शुरु में विधानसभा चुनाव होने हैं.

प्रदेश में कुछ नियुक्तियों को लेकर सिद्धू और चन्नी में कुछ मतभेद हैं जिससे दोनों के बीच संबंधों में खटास आ गई थी.

पूर्व क्रिकेटर ने पुलिस महानिदेशक, राज्य के महाधिवक्ता और ‘दागी’ नेताओं की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए सितंबर में अचानक कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था.


यह भी पढे़ंः सोनिया को 13 मुद्दों पर लिखी सिद्धू की चिट्ठी के बाद CM चन्नी ने कहा- सभी मामले सुलझा लिए जाएंगे


 

share & View comments