नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य मीना कुमारी का एक बयान विवादों में है. मीना कुमारी ने लड़कियों को लेकर बुधवार को अलीगढ़ में एक टिप्पणी की जिसमें उन्होंने कहा, ‘घर वाले बेटियों को मोबाइल न दें और अगर दें तो उसपर पूरी निगाह रखें.’
उन्होंने कहा, ‘माओं को बेटियों का ध्यान रखना चाहिए. मां की लापरवाही से बेटियों का ये हश्र होता है.’
बुधवार को अलीगढ़ में मीना कुमारी ने ये बयान दिया. एक रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराधों पर गंभीर होना पड़ेगा.
उन्होंने कहा, ‘मोबाइल एक बड़ी समस्या बन कर आया है, लड़कियां घंटों मोबाइल पर बात करती हैं. लड़कों के साथ उठती बैठती हैं. उनके अफेयर हो जाते हैं. इससे बचाना चाहिए.’ कथित तौर पर राज्य में बढ़ते बलात्कार के प्रश्न पर कुमारी ने ये बयान दिया था.
एक निजी समाचार चैनल से बात करते हुए राज्य महिला आयोग की सदस्य मीना कुमार ने गुरुवार को कहा, ‘मैंने कोई विवादित और गलत बयान नहीं दिया है. नाबालिग लड़के-लड़कियों को फोन न दिया जाए और घरवाले हर शाम उनके फोन चेक करें.’
एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजु चौधरी ने मीना कुमार के बयान को गलत बताया है.
उन्होंने कहा, ‘लड़कियों को मोबाइल से दूर रखना यौन हिंसा का समाधान नहीं है. हमें उन्हें सिखाना चाहिए कि अनजान लोगों से बात न करें और मोबाइल का सही से इस्तेमाल करें.’
दिप्रिंट ने प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजु चौधरी और सदस्य मीना कुमार से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन आयोग की वेबसाइट पर दिए फोन नंबर पर रिपोर्ट प्रकाशित होने तक संपर्क नहीं हो पाया है.
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