नई दिल्ली: अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की आलोचना करने वाले उसके ट्वीट को अवमानना मानते हुए कार्यवाई की अनुमति दे दी है.
देश के अटॉर्नी जनरल वेणुगोपाल ने चिट्टी लिखकर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने लिखा है कि ‘फ्रीडम ऑफ स्पीच’ का मतलब देश के सर्वोच्च अदालत की गरिमा को ठेस को पहुंचाना नहीं है. वेणुगोपाल ने कहा, ‘लोग समझते हैं कि कोर्ट के बारे में कुछ भी कह सकते है.
वेणुगोपाल लिखते हैं, ‘मैंने ट्वीट देखे हैं आपराधिक अवमानना का मामला बनता है.’
कुणाल कामरा लिखते हैं, ‘इस देश की सुप्रीम कोर्ट देश का सबसे बड़ा मजाक (सुप्रीम जोक) है.’
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बुधवार को रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी और दो अन्य आरोपियों को अंतरिम जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया है.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार रात ही अर्णब को रिहा कर दिया गया. इस बीच स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने एक के बाद कई ट्वीट किए. कामरा ने लिखा, ‘ जिस तेजी से सुप्रीम कोर्ट नेशनल इंट्रेस्ट के मुद्दों को ऑपरेट करती है यह समय है कि महात्मा गांधी के फोटो को हरीश साल्वे की फोटो से बदल दिया जाए.’
The pace at which the Supreme Court operates in matters of “National Interests” it’s time we replace Mahatma Gandhi’s photo with Harish Salve’s photo…
— Kunal Kamra (@kunalkamra88) November 11, 2020
कॉमेडियन द्वारा लगातार आए ट्वीट को देखते हुए एक ओर जहां उन्हें कई उनके फॉलोअर ने इसे कंटेप्ट ऑफ कोर्ट के बारे में बताया वहीं वह एक के बाद एक ट्वीट करते गए. यहां तक की कामरा ने एक ट्वीट में सुप्रीम कोर्ट परिसर में तिरंगे की जगह भाजपा का झंडा लगा दिया और लिखा लगता है ये कांटेप्ट ऑफ कोर्ट (न्यायालय की अवमानना है.)
Contempt of court it seems ??? pic.twitter.com/QOJ7fE11Fy
— Kunal Kamra (@kunalkamra88) November 11, 2020
कामरा के ट्वीट से आहत वकील रिजवान सिद्दीकी ने देश के अटॉर्नी जनरल को खत लिखकर कामरा के खिलाफ कंटेप्ट ऑफ कोर्ट की आपराधिक कार्यवाही की अनुमति मांगी थी.
एक दूसरे ट्वीट में कुणाल कामरा ने लिखा, ‘डीवाई चंद्रचूड़ एक फ्लाइट अटेंडेंट हैं जो प्रथम श्रेणी के यात्रियों को शैम्पेन ऑफर कर रहे हैं क्योंकि वो फास्ट ट्रैक्ड हैं. जबकि सामान्य लोगों को यह भी नहीं पता कि वो कभी चढ़ या बैठ भी पाएंगे, सर्व होने की तो बात ही नहीं है.’
DY Chandrachud is a flight attendant serving champagne to first class passengers after they’re fast tracked through, while commoners don’t know if they’ll ever be boarded or seated, let alone served.
*Justice*— Kunal Kamra (@kunalkamra88) November 11, 2020
कुणाल अपने एक अन्य ट्वीट में वकीलों से कहते हैं कि जिनके पास रीढ़ की हड्डी है उन्हें न्यायाधीशों को बुलाते समय ‘ऑनरेबल’ की उपाधी लगानी छोड़ देनी चाहिए.
कुणाल कामरा के इन ट्वीट्स को न्यायालय की अवमानना माना जा रहा है. लेटर में फ्रीडम ऑफ स्पीच के बारे में पूरी डिटेल में बात कही गई है. बोलने का अधिकार है मगर देश की सर्वोच्च अदालत की अवमानना करने का अधिकार नहीं है.
यह पहली बार नहीं है जब कुणाल कामरा विवादों में आए हैं. इससे पहले भी कामरा अपने ट्वीट और बयानों की वजह से विवादों में रहे हैं. इसी साल की शुरुआत में कामरा ने मुंबई से दिल्ली आ रही इंडिगो की फ्लाइट में रिपब्लिक टीवी के अर्णब गोस्वामी से कुछ भद्दे सवाल पूछे थे और उन्हें अपशब्द भी कहा था. जिसके बाद यात्रियों से दुर्व्यवहार की बात कहकर इंडिगो ने उन्हें अपनी फ्लाइट पर नहीं चलने देने की बात कही थी और छह महीने के लिए प्रतिबंध लगा दिया था.
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