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बुधवार, 28 मई, 2025
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राजाजी राष्ट्रीय उद्यान में जलाशय बनने से आबादी वाले क्षेत्र में हाथियों का आवागमन घटा

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ऋषिकेश, चार मई (भाषा) केंद्र सरकार की अमृत सरोवर योजना के तहत राजाजी राष्ट्रीय उद्यान में जलाशय बनने से आबादी वाले क्षेत्रों में हाथियों का आवागमन घटा है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

राजाजी बाघ अभयारण्य के उप निदेशक महातिम यादव ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि हाथियों के बड़े झुंडों के नहाने तथा पानी पीने के लिए बनाए गए बड़े जलाशयों ने खासतौर से गर्मियों में हाथियों की गंगा पर निर्भरता काफी कम कर दी है।

अभयारण्य की मोतीचूर रेंज के कोयलपुरा वन क्षेत्र के एक बड़े जलाशय में 20 से अधिक जंगली हाथियों के नहाने का एक वीडियो साझा करते हुए यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमृत सरोवर योजना के तहत वन्यजीवों के वास स्थल में पानी सहित मूलभूत जरूरतों में सुधार हुआ है।

उन्होंने बताया कि राजाजी बाघ अभयारण्य के पश्चिमी छोर में जंगली हाथियों की संख्या काफी अधिक है। हालांकि, वहां पानी की किल्लत न के बराबर है क्योंकि वहां सौंग, सुसवा, मोतीचूर नदियों के अलावा बड़े-बड़े जलाशय भी हैं जो हाथियों को उनकी आवश्यकता के अनुसार पानी उपलब्ध कराते हैं।

यादव ने बताया कि जंगलों में पानी की उपलब्धता बढ़ने के कारण हाथियों का आबादी वाले क्षेत्र में आवागमन घटा है।

उन्होंने कहा, ‘‘जब हाथियों के झुंड आबादी वाले क्षेत्र के रास्ते गंगा नदी की तरफ नहीं जायेंगे तो मानव-वन्य जीव संघर्ष में भी निश्चित रूप से कमी आएगी।’’

भाषा सं दीप्ति शोभना खारी

खारी

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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