नयी दिल्ली, चार अप्रैल (भाषा) कांग्रेस की हरियाणा इकाई ने चंडीगढ़ को लेकर पंजाब विधानसभा की ओर से पारित प्रस्ताव को ‘राजनीतिक शिगूफा’ करार दिया और पार्टी के नेता इस मुद्दे पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और हरियाणा के राज्यपाल से मुलाकात करेंगे।
दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में प्रदेश के कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया। इस बैठक में शामिल नेताओं ने कहा कि चंडीगढ़ हरियाणा का है और आगे भी रहेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता हुई बैठक में करीब 25 नेता शामिल हुए।
हुड्डा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमने पंजाब विधानसभा द्वारा पारित प्रस्ताव को देखा और इस पर चर्चा की। हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं, क्योंकि चंडीगढ़ हरियाणा का है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब विधानसभा द्वारा पारित प्रस्ताव एक राजनीतिक शिगूफा है तथा इसके कोई मायने नहीं हैं।’’
उन्होंने बताया कि हरियाणा के कांग्रेस नेता पहले राज्यपाल से मिलेंगे और फिर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से भी मुलाकात करेंगे।
उनके मुताबिक, पार्टी ने हरियाणा के राज्यपाल से समय भी मांगा है।
हुड्डा ने कहा, ‘‘चंडीगढ़ हरियाणा का है और शाह आयोग ने चंडीगढ़ को हरियाणा को पहले ही दे दिया है। हरियाणा के लिए पानी लेना हमारी पहली प्राथमिकता है।’’
राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने पहले इस मुद्दे पर राज्यसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश किया था, हालांकि सभापति एम वेंकैया नायडू ने इसे स्वीकृति प्रदान नहीं की।
गौरतलब है कि पंजाब विधानसभा ने चंडीगढ़ को तत्काल राज्य को हस्तांतरित करने की मांग करने वाला प्रस्ताव गत शुक्रवार को पारित किया था। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन के साथ ही साझा संपत्तियों में संतुलन बिगाड़ने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया था।
भाषा हक हक दिलीप
दिलीप
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.