नयी दिल्ली, 15 मई (भाषा) कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह सशस्त्र बलों के सम्मान में 20 से 30 मई तक देश के 15 स्थानों पर ‘जयहिंद सभा’ का आयोजन करेगी जिसमें पहलगाम हमले से जुड़ी ‘सुरक्षा चूक’ और भारत के सुरक्षा मामलों में ‘अमेरिका की संलिप्तता’ को लेकर वह केंद्र सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सवाल भी पूछेगी।
कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बुधवार को हुई बैठक में यह तय किया गया था कि भाजपा द्वारा ऑपरेशन सिंदूर का राजनीतिकरण करने के प्रयास और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावे को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘चुप्पी’ के खिलाफ देश में अलग अलग स्थानों पर ‘‘जयहिंद सभाओं’’ का आयोजन किया जाएगा।
कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने बृहस्पतिवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस हमारे सशस्त्र बलों की सर्वोच्च वीरता और सफलता को सलाम करने के लिए पूरे भारत में ‘जय हिंद सभा’ आयोजित करेगी। ‘
उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा चूक, राष्ट्रीय सुरक्षा से निपटने के सरकार के तरीके और राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों में अमेरिका की संलिप्तता पर सरकार की चुप्पी पर भी गंभीर सवाल उठाए जाने चाहिए।
कांग्रेस नेता ने बताया कि 20-30 मई तक, जय हिंद सभाएं दिल्ली, बाड़मेर, शिमला, हलद्वानी, पटना, जबलपुर, पुणे, गोवा, बेंगलुरु, कोच्चि, गुवाहाटी, कोलकाता, हैदराबाद, भुवनेश्वर और पठानकोट में आयोजित की जाएंगी, जिनमें सेना के पूर्व सैनिक, पार्टी नेता और आम जनता शामिल होगी।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बुधवार को कहा था कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सत्तारूढ़ पार्टी का ब्रांड बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि यह सशस्त्र बलों का और पूरे देश का ब्रांड एवं सामूहिक संकल्प है।
रमेश ने इस बात पर जोर दिया था, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर किसी एक पार्टी का ब्रांड नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर पर किसी एक पार्टी का एकाधिकार नहीं है, लेकिन यहां पर जिस तरीके से खुले तौर पर राजनीतिकरण हो रहा है और खासतौर से एक व्यक्ति को ब्रांड बनाया जा रहा है, उसको देखते हुए हमने यह तय किया है कि करीब 15 शहरों में ‘जयहिंद सभाएं’ होंगी।’’
उन्होंने बताया था कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इन सभाओं में शामिल होंगे और प्रधानमंत्री से सीधे सवाल किए जाएंगे तथा जनता की ओर से जो सवाल हैं, वह भी उठाए जाएंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले कुछ दिनों के भीतर कई बार यह कहा है कि उनके प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम करवाया। साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों देश व्यापार करें।
बीते 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इसके बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया तथा पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
गत 10 मई को दोनों देशों के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी।
भारत सरकार का कहना है कि पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) के संपर्क किए जाने के बाद सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी।
भाषा हक राखी मनीषा
मनीषा
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