नयी दिल्ली, 31 मई (भाषा) कांग्रेस ने संस्कृति मंत्रालय की ‘नस्लीय शुद्धता’ का अध्ययन करने की योजना के दावे वाली एक खबर को लेकर मंगलवार को सरकार पर निशाना साधा और कहा कि इससे ज्यादा भयावह कुछ और नहीं हो सकता।
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक अंग्रेजी समाचार पत्र की खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘पिछली बार जब किसी देश में ‘नस्लीय शुद्धता’ का अध्ययन करने वाला संस्कृति मंत्रालय था, तो इसका अंत सुखद नहीं रहा। प्रधानमंत्री जी, भारत नौकरी की सुरक्षा और आर्थिक समृद्धि चाहता है, न कि ‘नस्लीय शुद्धता’।’’
उन्होंने जो खबर साझा की उसमें कहा गया है कि संस्कृति मंत्रालय आनुवंशिक इतिहास स्थापित करने और ‘‘भारत में नस्लों की शुद्धता का पता लगाने’’ के लिए डीएनए प्रोफाइलिंग किट और संबंधित अत्याधुनिक मशीनों को लाया जा रहा है।
इस खबर को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा, ‘‘संस्कृति मंत्रालय द्वारा आनुवंशिक इतिहास स्थापित करने और ‘‘भारत में नस्लों की शुद्धता का पता लगाने’’ के लिए डीएनए प्रोफाइलिंग मशीन हासिल करने से ज्यादा भयावह कुछ और नहीं हो सकता। आनुवंशिक इतिहास एक बात है, लेकिन नस्लीय शुद्धता? यह 1930 के दशक का जर्मनी है।’’
उधर, संस्कृति मंत्रालय ने खबर को ‘भ्रामक और शरारतपूर्ण’ करार देते हुए कहा कि उसका प्रस्ताव आनुवंशिक इतिहास स्थापित करने और भारत के लोगों की नस्लीय शुद्धता का पता लगाने से संबंधित नहीं है।
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