पुडुचेरी, आठ मार्च (भाषा) पुडुचेरी में नौ वर्ष की एक लड़की की हत्या को रोकने में राज्य सरकार की कथित विफलता के विरोध में शुक्रवार को बुलाये गये 12 घंटे के बंद के दौरान कांग्रेस और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
बंद के दौरान सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा और सभी निजी बसें, ऑटो और टेम्पो सड़कों से नदारद रहे। इसके साथ ही होटल और रेस्तरां भी बंद रहे।
पुडुचेरी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और लोकसभा सदस्य वी. वैथीलिंगम, नेता प्रतिपक्ष व द्रमुक विधायक आर. सिवा के साथ ही पार्टी के अन्य विधायकों सहित कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) ने 12 घंटे के बंद के दौरान केंद्र शासित प्रदेश में यह प्रदर्शन किया। अन्नाद्रमुक ने मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने में पुडुचेरी सरकार की कथित विफलता और नौ वर्षीय लड़की से यौन उत्पीड़न व उसकी मौत की निंदा करने के लिए अलग से बंद का आह्वान किया था।
निकटवर्ती ओर्लेंपेट में बस अड्डे पर सेवाएं बंद होने से सन्नाटा पसरा था हालांकि सरकारी बसें सामान्य रूप से सड़कों पर दौड़ती हुईं नजर आईं।
कई स्थानों पर होटल और रेस्तरां बंद रहे। सब्जी और मछली विक्रेताओं ने भी अपनी-अपनी दुकानें बंद रखीं। वहीं जवाहरलाल नेहरू मार्ग और कुछ अन्य बाजार भी खाली रहे, जहां व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति सामान्य रही लेकिन परिवहन सुविधाएं नहीं होने के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या सामान्य से कम रही।
पड़ोसी राज्य तमिलनाडु की ओर जाने वाले यहां फंसे यात्रियों को सरकारी परिवहन निगम के अधिकारी अपने वाहनों के जरिये बस अड्डे तक ले गए।
इससे पहले, नाबालिग के माता-पिता ने दो मार्च को पुलिस में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद बच्ची का शव मंगलवार को सोलाई नगर में उसके घर के पास एक नाले से बरामद हुआ था। पुलिस ने बच्ची की हत्या के संबंध में मुथियालपेट से एक युवक और 58 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपियों को कल (बृहस्पतिवार) एक स्थानीय अदालत ने पुलिस हिरासत में भेज दिया था।
बंद के दौरान विभिन्न स्थानों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। राज निवास (उपराज्यपाल का कार्यालय सह निवास) के आस-पास अवरोधक लगाए गये थे लेकिन प्रदर्शनकारियों ने जुलूस निकालते हुए उन्हें तोड़ दिया।
विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके), वामपंथी दलों और अन्य संगठनों से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस हिरासत में लिये गये नेताओं को एक गोदाम में ले गई, जहां कुछ घंटों उन्हें रिहा कर दिया गया।
बंद के मद्देनजर विद्यालयों ने शुक्रवार को छुट्टी घोषित की थी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्र बिना किसी रुकावट या गड़बड़ी के परीक्षा में उपस्थित हुए।
भाषा जितेंद्र प्रशांत
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