नई दिल्ली: नितिन गडकरी के शानदार काम की तारीफ करने वालों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है. आज संसद में लगा कि मोदी सरकार की धुर विरोधी कांग्रेस पार्टी को नितिन गडकरी पसंद है. उनकी पसंद गडकरी के सड़क परिवहन मंत्री के तौर पर काम करने के तरीके पर है या फिर गडकरी के बहाने मोदी पर निशाना है?
गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान गडकरी के मंत्रालय के दो सवालों के जवाब में उन्होंने देश के सड़क परियोजनाओं में हो रही प्रगति और जो काम उनके मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है उसका उन्होंने विस्तृत ब्योरा देना शुरू किया वैसे ही सोनिया गांधी सहित कई कांग्रेस के नेताओं ने टेबल थप-थपा कर उनके काम की सराहना की. संसद में हुई इतने जानदार स्वागत पर उन्होंने कहा, ‘मुझे ये कहने में कोई झिझक नहीं की सभी सांसदों ने, चाहे वो किसी भी राजनीतिक दल के हों, मेरे मंत्रालय के उनके संसदीय क्षेत्रों में किए जा रहे कामों की तारीफ की है.’
गडकरी जब अपने जवाब पूरा कर रहे थे तभी सत्ताधारी भाजपा के सांसद अपेक्षा अनुसार मेजें थपथपाते दिखे. सत्ताधारी भाजपा के मध्यप्रदेश से सांसद खड़े हुए और उन्होंने लोकसभा की सभापति सुमित्रा महाजन से कहा कि संसद को गडकरी के शानदार काम की तारीफ करनी चाहिए.
तब तक शांति से गडकरी के जवाबों को सुन रही कांग्रेस नेता सोनिया गांधी बीच-बीच में सिर हिला कर, मुस्कुरा कर उनकी तारीफ करती दिख रही थी. पर फिर तारीफ में उन्होंने भी अपनी मेज़ थपथपा दी.
फिर क्या था -कांग्रेस जनों का इशारा ही काफी था.उनकी देखा- देखी लोक सभा में पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को भी मोदी सरकार के मंत्री का काम अच्छा लगने लगा और उन्होंने भी जोश से मेज़ थपथपाई.
सोनिया गांधी की गडकरी के लिए तारीफ करना बनता भी है. उन्होंने माना है कि पहले भी उनके संसदीय क्षेत्र रायबरेली में किए गए सड़क के काम की तारीफ करते हुए पत्र लिखा था. उनका आभार तो बनता था क्योंकि उनके संसदीय क्षेत्र में सड़क विकास का काम हुआ है.
कांग्रेस पार्टी को जो लगाव हाल फिलहाल में गडकरी से हुआ है वो गौर करने लायक है. सोनिया के पुत्र और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी हाल में गडकरी की कई बार तारीफ करते दिखे हैं. गडकरी ने हाल में एक सभा में कहा था कि ‘जो अपने घर को नहीं संभाल सकता वो देश क्या संभालेगा.’ इसपर राहुल ने कहा था कि वे साहसी नेता है और उन्हें रफेल डील, किसानों की दुर्दशा और सरकारी संस्थानों को खत्म करने पर भी बोलना चाहिए.
राहुल ने ट्वीट किया था:
Gadkari Ji, compliments! You are the only one in the BJP with some guts. Please also comment on:
1. The #RafaleScam & Anil Ambani
2. Farmers’ Distress
3. Destruction of Institutionshttps://t.co/x8BDj1Zloa— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 4, 2019
गडकरी जी. अभिनंदन. आप ही अकेले भाजपा के नेता है जिनमें साहस है. प्लीज़ रफेल घोटाले, कृषि संकट और संस्थानों को नष्ट करने पर भी बोले.
नागपुर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, जोकि भाजपा की छात्र इकाई है, में भाषण देते हुए गडकरी ने ये बात कही थी.
हाल ही में गडकरी ने मुम्बई में कहा था कि अगर राजनेता जनता को किए अपने वादे नहीं पूरे करते तो जनता उनकी पिटाई कर सकती है. और वे स्वयं जो कहते है वो करते है. उन्होंने इससे पहले कहा था कि हमने चुनावी वादे कर दिये थे क्योंकि हमें नहीं लगा था कि हम चुनाव जीत जायेंगे.
हाल के गडकरी के बयानों पर कांग्रेस ने कहा था कि वो मोदी को चुनौती दे रहे है. मनीश तिवारी ने कहा था कि ये बयान कहीं पर निगाहें और कहीं पर निशाना है.
पर अब गडकरी की तारीफ कर कांग्रेस स्वयं उनको मोदी पर निशाना साधने के लिए इस्तेमाल कर रही है. कहते है कि ऑल इज फेयर इन लव एंड वार. फिर चुनाव किसी युद्ध से कम नहीं और ऐसे में नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने के लिए अगर गडकरी को ही मोहरा बनाना पड़े तो क्यों नहीं?