तिरुवनंतपुरम, 12 मई (भाषा) कांग्रेस ने सोमवार को केंद्र से यह स्पष्ट करने का आग्रह किया कि क्या वह कश्मीर मुद्दे पर तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के लिए तैयार है और उसने साथ ही सचेत किया कि इस तरह का रुख शिमला समझौते का उल्लंघन हो सकता है।
कांग्रेस ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रोजाना दिए जा रहे इन बयानों का जिक्र किया जिनमें दावा किया गया है कि ट्रंप इस मामले में हस्तक्षेप कर रहे हैं। कांग्रेस ने कहा कि इस मामले पर केंद्र सरकार का स्पष्टीकरण अनिवार्य है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने यहां पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी जानना चाहती है कि क्या देश की विदेश नीति में कोई बदलाव हुआ है और इसलिए इस मामले को जल्द से जल्द संसद में उठाया जाना चाहिए। अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या शिमला समझौते का उल्लंघन हुआ है।
वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘क्या उस शिमला समझौते का उल्लंघन किया गया जो भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे में किसी तीसरे पक्ष की संलिप्तता को खारिज करता है? ट्रंप रोजाना बयान दे रहे हैं, दावा कर रहे हैं कि उन्होंने इस मामले में हस्तक्षेप किया है। हमें सरकार से स्पष्टीकरण चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी ने इन मुद्दों पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री से तत्काल संसद सत्र बुलाने को कहा है। इसका उद्देश्य किसी को दोषी ठहराना या उन्हें कटघरे में खड़ा करना नहीं है।’’
कांग्रेस पार्टी ने स्थिति का विस्तार से आकलन करने, की गई किसी भी गलती की पहचान करने और यह सुनिश्चित करने के लिए भी संसद के विशेष सत्र का आह्वान किया कि भविष्य में उन्हें दोहराया न जाए।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें इन सवालों के जवाब मिलने चाहिए ताकि चूक एवं गलतियों को सुधारा जा सके और पाकिस्तान के खिलाफ हमारी लड़ाई बिना किसी गलती के जारी रहे।’’
उन्होंने चार दिनों तक जारी रहे ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जमीन, वायु और समुद्र में सैन्य कार्रवाई रोकने पर शनिवार को बनी सहमति के बाद यह टिप्पणी की। पाकिस्तान ने सहमति संबंधी घोषणा के कुछ ही घंटों के भीतर सीमा पार से गोलाबारी की।
वेणुगोपाल ने कहा कि देश बहुत गंभीर स्थिति से गुजर रहा है और कांग्रेस, ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) गठबंधन और पूरा विपक्ष आतंकवाद के खिलाफ मजबूत लड़ाई में केंद्र सरकार और भारतीय सेना के साथ मजबूती से खड़ा है।
कांग्रेस नेता ने यह भी उल्लेख किया कि हाल के दिनों में देश और दुनिया दोनों ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को याद किया है जिन्होंने कश्मीर मुद्दे में तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप का कड़ा विरोध किया था।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत एवं पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे।
भाषा सिम्मी नरेश
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