नयी दिल्ली, 16 अप्रैल (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में पार्टी नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आरोपपत्र को लेकर कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन “चोर मचाए शोर” जैसा है।
इससे पहले दिन में कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड मामले में पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ ईडी के आरोपपत्र को लेकर भाजपा नीत केंद्र सरकार के खिलाफ अकबर रोड स्थित पार्टी मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में आरोपपत्र ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ का कार्य नहीं है, बल्कि कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान दायर की गई एक याचिका का परिणाम है।
कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार 2004 से 2014 तक केंद्र में सत्ता में थी। सचदेवा ने एक बयान में कहा, ‘‘नेशनल हेराल्ड मामले में न केवल भ्रष्टाचार बल्कि विश्वासघात का भी गंभीर मामला है और इस पर कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन ‘‘चोर मचाए शोर’’ जैसा है।
उन्होंने कहा कि कानूनी लड़ाई लड़ने के बजाय कांग्रेस नेता मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह बदले की भावना से की गई कार्रवाई नहीं है। अगर मामला कमजोर, झूठा या राजनीति से प्रेरित होता, तो गांधी परिवार, जो 2012 (जब भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दिल्ली की एक अदालत में शिकायत दर्ज कराई थी) से लेकर 2014 के मध्य तक सत्ता में था, अपने कार्यकाल के दौरान इसे रद्द करवा लेता।’’
सोनिया गांधी और राहुल गांधी जिस कानूनी परेशानी का सामना कर रहे हैं, वह उनके अपने ‘लालच’ का नतीजा है, न कि भाजपा सरकार के दबाव के कारण।
उन्होंने कहा कि यह 13 साल की कानूनी जांच का नतीजा है। सचदेवा ने आरोप लगाया, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस का प्रथम परिवार अब अपने भ्रष्टाचार के मामले को राजनीतिक मोड़ देने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को आगे कर रहा है। वास्तव में नेशनल हेराल्ड की संपत्तियां हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा दिए गए धन से बनाई गई थीं और इन संपत्तियों को गांधी परिवार ने एक निजी कंपनी में बदलकर लूट लिया था।’’
प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी तथा अन्य के खिलाफ नयी दिल्ली की एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दायर किया है, जिसमें उन पर कथित रूप से 988 करोड़ रुपये के धनशोधन का आरोप लगाया गया है।
धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विभिन्न धाराओं के तहत नौ अप्रैल को दायर अभियोजन पक्ष की शिकायत में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को आरोपी नंबर एक और उनके बेटे और सांसद राहुल गांधी (जो लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं) को आरोपी नंबर दो के रूप में नामजद किया गया है।
भाषा संतोष प्रशांत
प्रशांत
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.