नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अनिल अंबानी का बिचौलिया होने का आरोप लगाया है. उन्होंने एक ई-मेल का हवाला देते हुए कहा कि कहा कि प्रधानमंत्री अनिल अंबानी के बिचौलिये के रुप में काम कर रहे हैं. अनिल अंबानी को डील होने के 10 दिन पहले कैसे पता चला कि ये डील होने वाली है. अब ये मामला सिर्फ रक्षा सौदे या राफेल डील घोटाला का नहीं रहा बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और देशद्रोह का मामला बन गया है. उन्होंने कहा कि ये सभी खुलासे प्रधानमंत्री को जेल में डालने के लिए काफी है.
राहुल ने कहा कि पहले ये भ्रष्टाचार का मामला था, अब ये ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट का मामला हो गया है. इस पर कार्रवाई शुरु हो जानी चाहिए. प्रधानमंत्री ने देश की सुरक्षा से समझौता किया है. उन्होंने रक्षा मामले की जानकारी एक ऐसे व्यक्ति को दी जिसके पास ये जानकारी नहीं होनी चाहिए.
सदन में राफेल मामले पर गृहमंत्री राजनाथ ने दिया जवाब
राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत के दौरान सीएजी रिपोर्ट को बेकार बताया है. वहीं बता दें कि मंगलवार को संसद में सीएजी की राफेल डील की रिपोर्ट पेश कर दी गई है. राफेल मामले पर संसद में हो रहे हंगामे के बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सदन में इस मामले पर चर्चा हो चुकी है, सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में अपना फैसला सुना दिया है लेकिन नेता प्रतिपक्ष बार-बार इस मुद्दे को उठाकर देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.
कितने और सबूत चाहिए
राहुल ने कहा कि मैं सीएजी संस्था पर सवाल नहीं उठा रहा हूं बल्कि मैं यह कह रहा हूं कि यह पूरी रिपोर्ट नरेंद्र मोदी की रिपोर्ट है – चौकीदार ऑडिटर रिपोर्ट है. राहुल गांधी ने इस मामले में प्रधानमंत्री पर देशद्रोह का आरोप लगाया है. उन्होंने प्रधानमंत्री से पूछा कि अब आपको इस घोटाले के मामले में कितने सबूत चाहिए, अभी और सबूत सामने आएंगे.
राफेल घोटाले में अब और कितना सबूत चाहिए…. अभी और सबूत निकलेगा : कांग्रेस अध्यक्ष @RahulGandhi #ChowkidarChorHai pic.twitter.com/5koTBVO8Za
— Congress (@INCIndia) February 12, 2019
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपना काम कर रही है. हमारा काम है कि हम देश में और सरकार क्या कर रही है उसकी सच्चाई देश के सामने लाएं. सवाल तो ये उठता है कि राफेल डील के मामले में अनिल अंबानी को तो पता है लेकिन रक्षा मंत्री, रक्षा सचिव को नहीं पता नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार हमारे लोगों की जांच करवा रही है, मैं कहता हूं हमारे लोगों की जितनी जांच करनी है और इन्क्वायरी करनी हो करें. लेकिन राफेल मामले पर तो सच्चाई सामने लाओ. देश को बताओ कि यह कैसे संभव है कि रक्षा सौदा मामले में रक्षा मंत्री को तो पता नहीं है लेकिन अनिल अंबानी जानते हैं.
अब कुछ भी छुपा नहीं है
रक्षा मंत्रालय का अधिकारी कह रहा है कि पूरे मामले में पीएमओ सीधा-सीधा जुड़ा हुआ था, यह हम नहीं कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में अब कुछ भी छुपा नहीं है. उन्होंने कहा कि हम सीएजी संस्था पर सवाल नहीं उठा रहे हैं लेकिन सवाल यहां यह उठ रहा है कि जब रक्षा मंत्री और रक्षा सचिव को डील के बारे में नहीं पता है वो बातें अनिल अंबानी को कैसे पता चलीं. अब समय आ गया है कि प्रधानमंत्री जवाब दें कि राफेल डील के मामले में अनिल को 10 दिन पहले कैसे पता था. उन्होंने कहा कि यह सीधे तौर पर ऑफिशियल सीकरेट्स एक्ट का उल्लंघन है और इस मामले में उनपर आपराधिक मामला चलाया जाना चाहिए.
राहुल गांधी मीडिया से बातचीत करने के दौरान एक मेल का जिक्र किया है और उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अनिल अंबानी के बिचौलिये के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एयरबस एक्सक्यूटिव ने अपने मेल में लिखा है कि अनिल अंबानी राफेल डील किए जाने के दस दिन पहले फ्रांस के रक्षा मंत्री से मिले थे.