नई दिल्ली: फोन पे ने कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई द्वारा अपने लोगों के “अनधिकृत इस्तेमाल” पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर सकते हैं.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तस्वीर वाले पोस्टर ग्वालियर शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में लगाए गए हैं, जिनमें कथित तौर पर यह दिखाया गया है कि 50 प्रतिशत (कमीशन) दो और अपना काम कराओ. ऐसे पोस्टर छिंदवाड़ा, रीवा, सतना और राज्य की राजधानी भोपाल में भी देखे गए, जिन्हें बाद में प्रशासन ने हटा दिया. पोस्टर क्यूआर कोड शीट के रूप में हैं जिनका उपयोग फिनटेक कंपनियां ऑनलाइन भुगतान स्वीकार करने के लिए करती हैं. उन पोस्टरों के ऊपर साफ तौर पर ‘फोनपे’ लिखा हुआ है.
फोनपे ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट करते हुए कहा, “फोनपे किसी भी तीसरे पक्ष द्वारा, चाहे वह राजनीतिक हो या गैर-राजनीतिक, अपने ब्रांड लोगों के अनधिकृत उपयोग पर आपत्ति जताता है. हम किसी भी राजनीतिक अभियान या पार्टी से नहीं जुड़े हैं.”
फोनपे ने कांग्रेस पार्टी के राज्य इकाई का ट्विटर हैंडल को टैग करते हुए कहा, “फोनपे लोगो हमारी कंपनी का एक रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क है और फोनपे के बौद्धिक संपदा अधिकारों का कोई भी अनधिकृत इस्तेमाल कानूनी कार्रवाई को आमंत्रण देगा. हम विनम्रतापूर्वक मध्य प्रदेश कांग्रेस से हमारे ब्रांड लोगो और रंग वाले पोस्टर और बैनर हटाने का अनुरोध करते हैं.”
इन सबके बीच पड़ाव थाने में पोस्टर चिपकाने वाले अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और पुलिस उनकी तलाश कर रही है.
ग्वालियर के एसपी राजेश सिंह चंदेल ने कहा कि एक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ता ने शिकायत दी है कि उनकी पार्टी को बदनाम किया जा रहा है और उसके आधार पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है.
यह भी पढ़ें: ‘कनाडा में खालिस्तानी गतिविधी वोट-बैंक की राजनीति से प्रेरित’, बोले जयशंकर- बातचीत चल रही है