नई दिल्ली: आज सोलहवीं लोक सभा के अंतिम दिन कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में विपक्षी दलों के नेताओं ने राफेल खरीद में घोटाले का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया. संसद परिसर में महात्मा गांधी की मूर्ति के पास पोस्टर-बैनर ले कर कांग्रेस के नेता- चौकीदार ही चोर हैं के पोस्टर के साथ देर तक खड़े रहे. प्रदर्शन में राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कांग्रेस के कई नेता इसमें शामिल हुए.
आज ही संसद के पटल पर राफेल सौदे पर सीएजी की रिपोर्ट भी पेश की गई है.
कांग्रेस की संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया तो अपनी पार्टी की मैदान में डटे रहने और तीन विधानसभाओं में जीत की तारीफ भी की. सोनिया गांधी ने अपने भाषण में कहा की बीते पांच साल देश के लिए अभूतपूर्व आर्थिक और सामाजिक तनाव से कटे हैं. कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी का कहना था कि संविधान के धर्मनिर्पेक्ष स्वरूप पर मोदी सरकार द्वारा हमला हो रहा है. सोनिया ने कहा, ‘ देश के संस्थाओं का क्षरण हुआ है, विरोध की आवाज़ को बंद किया गया, बोलने की आज़ादी को बंद करने की कोशिश की गई. जिनके मत सत्ताधारी मत से अलग है उनको प्रताड़िक किया गया है.’
‘देश भर में डर और तनाव का माहौल है . पूर्वोत्तर भारत जल रहा है, जम्मू कश्मीर में अलगाव की भावना चरम पर है. दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यकों पर निशाना साधा जा रहा है. युवाओं को नौकरियां नहीं मिल रहीं.
सोनिया गांधी का कहना था कि संसद को भी कमज़ोर किया गया है वहीं सदन में होने वाली बहस का गला घोंटा गया. स्टैंडिंग कमीटी की संस्थान लगभग लुप्त हो गई है.
सोनिया गांधी ने कहा, ‘आज पूरी दुनिया इस बात को मान रही है कि 2014 के जनमत के साथ दगा किया गया है, पर मैं इसे अलग तरह से देखती हूं. जनमत झूठ और छल से लिया गया था, लोगों को गुमराह कर के. बस समय की बात थी, इसका पर्दाफाश तो होना ही था, और यही हुआ भी.’
सोनिया गांधी ने पार्टी को कहा कि आगामी लोक सभा चुनाव में पार्टी नई उर्जा के साथ आयेगी. साथ ही उन्होंने सभी का, विशेषकर मल्लिकार्जुन खड़गे का पार्टी का पक्ष रखने पर आभार व्यक्त किया.