बेंगलुरु, 28 फरवरी (भाषा) कावेरी नदी पर मेकेदातू परियोजना के कार्यान्वयन की मांग को लेकर कांग्रेस की पदयात्रा सोमवार को भी जारी रही और पार्टी की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डी के शिवकुमार एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया समेत 38 लोगों के विरूद्ध कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करने को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गयी।
इस बीच, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने इसे ‘राजनीति से प्रेरित’ करार दिया और इस सबसे पुरानी पार्टी से परियोजना के लिए उसके योगदान को लेकर सवाल किया।
कोविड -नियमों के उल्लंघन को लेकर भादंसं और कर्नाटक महामारी रोग अधिनियम की संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी है जिसमें शिवकुमार, सिद्धरमैया, डी के सुरेश, रवि एस, ध्रुव नारायण, प्रियांक खड़गे, ईश्वर खांड्रे, सलीम अहमद जैसे कांग्रेस नेताओं के नाम हैं। उसमें कन्नड़ फिल्मी अभिनेता साधु कोकिला एवं प्रेम भी नामजद हैं जिन्होंने रविवार को इस मार्च में भाग लिया था।
यह प्राथमिकी रविवार को पदयात्रा के दौरान भारी भीड़ जुटाने, मास्क नहीं लगाने, दूरी नहीं बनाकर चलने जैसे कोविड नियमों का उल्लंघन करने को लेकर रागनगर जिले के इजूर थाने में दर्ज की गयी । वर्तमान कोविड नियमों के तहत रैलियां निकालने, धरना देने एवं प्रदर्शन करने पर रोक है।
प्राथमिकी दर्ज किये जाने पर शिवकुमार ने कहा कि भले ही 100 मामले दर्ज कर दिये जाएं लेकिन पदयात्रा जारी रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘ उसे (भाजपा सरकार) को , जो मर्जी आए, समस्या खड़ी करने दीजिए, हमे चलते रहेंगे।’’
उन्होंने सवाल किया जब भाजपा नेताओं या अन्य दक्षिणपंथी संगठनों ने सभा की या प्रदर्शन किया तब उनके विरूद्ध मामले क्यों नहीं दर्ज किये गये।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मुख्यमंत्री , पुलिस महानिदेशक, जिला प्रशसन एवं अन्य संबंधित प्रशासन को पदयात्रा के बारे में सूचना दे दी थी। उन्होंने कहा , ‘‘ चूंकि वह (भाजपा) नहीं चाहती है कि हम पदयात्रा करें, इसलिए उसने कोविड नियमों की अवधि बढ़ा दी। ’’
कोविड-19 संबंधी चिंताओं को लेकर जनवरी में पदयात्रा अस्थायी रूप से रोक देने के बाद कांग्रेस ने इसे रविवार को बहाल कर दिया। पार्टी ने आज इस पद यात्रा में बिदादी से केंगेरी तक तक 20.5 किलोमीटर की दूरी तय की। उसने रविवार को रामनगर से बिदादी तक 15 किलोमीटर की दूरी तय की थी।
इस ‘पदयात्रा 2.0’ की थीम ‘नम्मा नीरू नम्मा हक्कू’ (हमारा पानी , हमारा अधिकार) है। कुल 79.8 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद, तीन मार्च को बेंगलुरु में बसावनगुडी में नेशनल कॉलेज ग्राउंड में इसका समापन होगा।
यह पार्टी की पदयात्रा का दूसरा चरण है। पहला चरण 13 जनवरी को थम गया था जब कोविड-19 की तीसरी लहर चरम पर थी।
यह पद यात्रा नौ जनवरी को रामनगर जिले के कनकपुरा में कावेरी और अर्कवती नदियों के संगम पर शुरू हुई थी और 139 किलोमीटर की दूरी तय कर 19 जनवरी को बेंगलुरु के बसावनगुडी में इसे संपन्न होना था।
कांग्रेस के मार्च पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ इसे (पदयात्रा को) ज्यादा महत्व देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सभी तथ्य पता होने के बाद भी वे राजनीतिक फायदे के लिए पदयात्रा निकाल रहे हैं।’’
उन्होंने हुबली में संवाददाताओं से कहा, ‘‘ लोगों को पता है कि कांग्रेस शासन के दौरान, वे व्यवहार्यता रिपोर्ट तैयार नहीं कर पाये। मेकेदातू परियोजना में उनका योगदान क्या है? ’’
यात्रा के दौरान सिद्धरमैया ने संवददाताओं से कहा था कि पदयात्रा जारी रहेगी और शिवरात्रि के बावजूद कल बेंगलुरू में दाखिल होगी।
शिवकुमार ने कहा था कि चिलचिलाती धूप के बाद भी बड़ी संख्या में लोग इस पद यात्रा में हिस्सा ले रहे हैं और इसके प्रति लोगों का उत्साह वाकई बहुत अच्छा है।
भाषा राजकुमार माधव
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