तिरुवनंतपुरम/कोच्चि, दो जुलाई (भाषा) केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम की जगह कोच्चि को बनाये जाने के कांग्रेस सांसद हिबी ईडन के कदम की उनकी खुद की पार्टी सहित अन्य राजनीतिक दलों ने व्यापक आलोचना की है।
कांग्रेस ने उनके इस कदम को ‘आतार्किक और अव्यावहारिक’ बताते हुए इसे खारिज कर दिया।
केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने यह स्पष्ट कर दिया है कि तिरुवनंतपुरम हमेशा राजधानी शहर बना रहेगा। माकपा ने ईडन के इस कदम को ‘अपरि पक्व’ और 2024 के लोकसभा चुनाव में अपनी (ईडन की) संभावनाएं बेहतर करने के उद्देश्य से उठाया गया बताया।
तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि वह ईडन के प्रस्ताव को पूरी तरह खारिज करते हैं क्योंकि यह ‘अतार्किक’ है।
थरूर ने कहा, ‘‘हिबी ईडन को विधेयक पेश करने का अधिकार है, लेकिन यह एक अतार्किक फैसला है। मैं इसे पूरी तरह से खारिज करता हूं।’’
नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीशन ने कहा कि ईडन उनके लिए छोटे भाई की तरह हैं, लेकिन जैसे ही उन्हें प्रस्ताव के बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत एर्नाकुलम के सांसद के समक्ष अपना असंतोष व्यक्त किया।
सतीशन ने संवाददाताओं से कहा कि ईडन को लोकसभा में विधेयक पर जोर नहीं देने और इसे वापस लेने के लिए कहा गया है।
सतीशन ने कहा कि यह एक गैर सरकारी (निजी) विधेयक है, जो पार्टी के रुख को व्यक्त नहीं करता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस प्रस्ताव की स्वीकृति नहीं देती।
माकपा नेता और राज्य में मंत्री पी राजीव और वी सिवानकुट्टी ने भी ईडन के कदम की आलोचना की। हालांकि, ईडन ने अपनी आलोचना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त की है।
इस बीच, तिरुवनंतपुरम में भाजपा की युवा शाखा ‘युवा मोर्चा’ ने ईडन के फैसले के खिलाफ राज्य सचिवालय तक मार्च किया और उनका पुतला फूंका।
भाषा संतोष सुभाष
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