कोहिमा, 28 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस ने सोमवार को नगालैंड में ‘संविधान बचाओ’ अभियान की शुरुआत की।
इस अभियान की शुरुआत के अवसर पर, नगालैंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एनपीसीसी) ने राज्य के लिए कांग्रेस के प्रभारी सचिव क्रिस्टोफर तिलक और लोकसभा सदस्य एवं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एस सुपोंगमेरेन जमीर की मौजूदगी में संविधान को बचाने के लिए आम जनता के बीच जागरूकता पैदा करने को लेकर एक सम्मेलन आयोजित किया।
यहां कांग्रेस भवन में बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रमुख नेताओं ने इस बात पर गहरी चिंता व्यक्त की कि ‘‘भाजपा नीत केंद्र सरकार के तहत संवैधानिक मूल्यों को कमजोर किया जा रहा है।’’
तिलक ने कहा कि अभियान का उद्देश्य नागरिकों को भारतीय संविधान के ऐतिहासिक विकास के बारे में शिक्षित करना तथा ‘‘इसके समक्ष बढ़ते खतरों’’ के बारे में जागरूक करना है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह संविधान महात्मा गांधी और बी आर आंबेडकर जैसे नेताओं के दृष्टिकोण पर आधारित था और कांग्रेस पार्टी ने दशकों तक इसकी रक्षा की है। आज, इसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से सीधा खतरा है।’’
तिलक ने भाजपा पर खासकर मणिपुर और नगालैंड जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि नगालैंड में भी प्रशासनिक अतिक्रमण आम बात होती जा रही है।
एनपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष सी अपोक जमीर ने आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी जांच एजेंसियों का चुनिंदा तरीके से इस्तेमाल राजनीतिक उत्पीड़न के समान है। उन्होंने कहा, ‘‘यह व्यक्तिगत अधिकारों का सीधा उल्लंघन है और लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है।’’
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुपोंगमेरेन जमीर ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर ‘एक राष्ट्र, एक भाषा’, ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) जैसी नीतियों के माध्यम से एकल राष्ट्रीय पहचान थोपने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
भाषा आशीष नरेश
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