गुवाहाटी, 19 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस ने असम में पंचायत चुनाव प्रक्रिया के दौरान पार्टी के भीतर भ्रष्टाचार और कदाचार के आरोपों की जांच के लिए एक जांच समिति गठित की है।
असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने एक आदेश में कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पबन सिंह घटोवार तीन सदस्यीय समिति का नेतृत्व करेंगे।
इसमें कहा गया है कि भ्रष्टाचार, आंतरिक गड़बड़ी और कदाचार से संबंधित आरोपों को पार्टी अत्यंत गंभीरता से ले रही है।
आदेश में कहा गया है, ‘‘पारदर्शिता, जवाबदेही और आंतरिक अनुशासन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को कायम रखते हुए, पार्टी ने यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया है कि दोषी पाए जाने वालों को कठोर परिणाम भुगतने होंगे।’’
इस समिति का गठन अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी महासचिव एवं पार्टी के राज्य प्रभारी जितेन्द्र सिंह के निर्देशानुसार किया गया है। समिति में पूर्व सांसद आर. पी. सरमा और एपीसीसी उपाध्यक्ष बोबीता शर्मा सदस्य हैं।
समिति के कार्यक्षेत्र में पंचायत चुनावों से संबंधित पार्टी के प्राप्त सभी शिकायतों की जांच करना शामिल है, जैसे टिकट वितरण में अनियमितताएं, टिकट के लिए नकदी के सौदे के आरोप, विपक्षी उम्मीदवारों को जानबूझकर ‘वाकओवर’ देना, नामांकन पत्रों को बिना किसी कारण के वापस लेना तथा पार्टी विरोधी आचरण के अन्य कृत्य।
समिति आरोपी पार्टी सदस्यों की जांच करेगी और किसी भी पार्टी सदस्य को, चाहे वह आरोपी हो या अन्यथा, गवाही के लिए बुला सकती है।
आदेश में कहा गया है कि समिति 7 मई तक या उससे पहले कांग्रेस महासचिव एवं असम के पार्टी प्रभारी और एपीसीसी प्रमुख को एक व्यापक रिपोर्ट सौंपेगी।
बोरा ने शुक्रवार को कहा था कि उन्हें पंचायत चुनाव टिकट वितरण मामले में कथित भ्रष्टाचार के बारे में पांच जिलों से 17 विशिष्ट शिकायतें मिली हैं।
राज्य में 34 जिलों में से 27 में 2 मई और 7 मई को दो चरणों में पंचायत चुनाव होने हैं।
संविधान की छठी अनुसूची के तहत आने वाले और स्वायत्त परिषद चुनाव वाले सात जिलों में चुनाव नहीं होंगे। मतगणना 11 मई को होगी।
भाषा
अमित रंजन
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