भोपाल, 21 अप्रैल (भाषा) पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा ने सोमवार को पार्टी नेता राहुल गांधी का बचाव किया, जिन्हें अमेरिका में निर्वाचन आयोग के बारे में उनकी कथित टिप्पणी के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ‘देशद्रोही’ करार दिया है।
केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी पर पलटवार करते हुए शैलजा ने आरोप लगाया कि विदेशी धरती पर देश को बदनाम और विपक्षी दलों की आलोचना करने का काम सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था।
राजधानी भोपाल स्थित कांग्रेस कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में सवालों का जवाब देते हुए शैलजा ने कहा कि राहुल गांधी पर आरोप लगाना और उन्हें ‘देशद्रोही’ बताना भाजपा की पुरानी आदत है।
उन्होंने कहा, “मैं याद दिलाना चाहूंगी कि सबसे पहले खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की बातें बाहर कहना शुरू कीं। उन्होंने विदेश में देश के अंदर की राजनीतिक बातें कहीं, विपक्ष को हमेशा अपमानित किया। यह तो ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ वाली बात हुई।”
अमेरिका का दौरा कर रहे राहुल ने एक कार्यक्रम में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का हवाला देते हुए आरोप लगाया था कि निर्वाचन आयोग ने “समझौता कर लिया है” और “प्रणाली में कुछ गड़बड़ है।”
भाजपा ने कांग्रेस नेता की इस कथित टिप्पणी को लेकर उन्हें ‘देशद्रोही’ करार दिया और उन पर ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई की भड़ास निर्वाचन आयोग पर निकालने का आरोप लगाया।
शैलजा ने भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि राहुल गांधी ने जो बातें कही हैं, वह पहले से ही सार्वजनिक है। उन्होंने कहा कि भाजपा का बार-बार यह कहना कि राहुल गांधी ने देश का अपमान किया है, “बिलकुल गलत है।”
कांग्रेस महासचिव ने कहा, “देश का अपमान तब होता है, जब संविधान के साथ खिलवाड़ किया जाता है और संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जाता है।”
उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की ओर से भारत के प्रधान न्यायाधीश पर की गई टिप्पणी भी इसका एक उदाहरण है।
शैलजा ने कहा कि जिस न्यायपालिका ने देश के लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई, उस पर भाजपा के एक सांसद ने ‘लांछन’ लगाने का काम किया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा देश के सामने मौजूद ज्वलंत मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने और लोगों को गुमराह करने के लिए ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले को तूल दे रही है।
उन्होंने कहा, “यह राजनीतिक प्रतिशोध की एक साजिश है और ईडी ने इसी के तहत सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है।”
शैलजा ने कहा कि पहली बार पैसों या संपत्ति के हस्तांतरण के बिना धन शोधन का मामला बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय को जवाब देना चाहिए की उसने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के किसी सहयोगी या भाजपा नेता पर कार्रवाई क्यों नहीं की?
शैलजा ने आरोप लगाया कि सरकार ने ईडी को अपना ‘चुनावी विभाग’ बना लिया है और बदले की भावना से इसका बार-बार दुरुपयोग कर रही है।
उन्होंने कहा कि ईडी की ओर से दर्ज मामलों में सजा की दर सिर्फ एक प्रतिशत है और इसके अलावा उसने जो राजनीतिक मामले दर्ज किए हैं, उनमें से 98 प्रतिशत सत्ताधारी पार्टी के राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के खिलाफ हैं।
भाषा
ब्रजेन्द्र पारुल
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