नडियाद (गुजरात), 29 मई (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कांग्रेस पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि अतीत में जब पार्टी गुजरात में सत्ता में थी, तब उसने राज्य में सांप्रदायिक दंगे भड़काने, लोगों को आपस में लड़ाने और कानून-व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने और नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री बनने से पहले गुजरात सांप्रदायिक दंगों, कर्फ्यू और अंतरराष्ट्रीय सीमा के रास्ते नशीले पदार्थों, हथियारों व आरडीएक्स की तस्करी जैसे मुद्दों से जूझ रहा था।
शाह ने विभिन्न पुलिस आवास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘कई वर्षों तक कांग्रेस ने समुदायों को आंतरिक रूप से एक-दूसरे के खिलाफ लड़ाने, सांप्रदायिक दंगे भड़काने और कानून-व्यवस्था को भंग करने का काम किया।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित गुजरात में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है।
गृह मंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस के शासन के दौरान राज्य को साल के अधिकांश समय कर्फ्यू का सामना करना पड़ता था और इस बात की कोई गारंटी नहीं होती थी कि सुबह काम पर निकला कोई व्यक्ति शाम को घर लौट आएगा। बैंक, बाजारों और कारखानों के बंद होने से अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ता था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘(भगवान जगन्नाथ) रथ यात्रा के दौरान सांप्रदायिक झड़प निश्चित थी, लेकिन भाजपा के सत्ता में आने के बाद क्या किसी ने रथ यात्रा को निशाना बनाने की हिमाकत की? और जिन लोगों ने ऐसा करने की हिमाकत की, वे सलाखों के पीछे हैं। नरेंद्र मोदी (मुख्यमंत्री के रूप में) के नेतृत्व में भाजपा ने गुजरात को सुरक्षित बनाना शुरू किया।’’
शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासन के दौरान तटीय जिला पोरबंदर तस्करों व माफियाओं के लिए ‘‘खेल का मैदान’’ बन गया था और कच्छ सीमा के रास्ते हथियारों, नशीले पदार्थों, नकली मुद्रा तथा आरडीएक्स की तस्करी होती थी।
उन्होंने कहा, ‘‘आज किसी में कच्छ सीमा के एक इंच अंदर भी घुसने की हिम्मत नहीं है। नरेंद्र भाई मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने गुजरात को सुरक्षित बनाना शुरू किया…। उनके (मोदी) द्वारा शुरू की गई प्रथा को (मुख्यमंत्री) भूपेंद्र पटेल और (गृह मंत्री) हर्ष संघवी द्वारा आगे बढ़ाया जा रहा है।’’
केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि सीमाई राज्य होने के बावजूद गुजरात शांति बनाए रखने में सफल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात की लंबी तटीय सीमा है और पाकिस्तान के साथ इसकी सीमा लगती है, बावजूद इसके किसी ने राज्य की शांति भंग करने की जुर्रत नहीं की है।’’
शाह ने नशीले पदार्थों की तस्करी का भंडाफोड़ करने में गुजरात को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए सरकार को बधाई दी। उन्होंने साइबर अपराधों से लड़ने और पुलिसिंग से संबंधित बेहद चुनौतीपूर्ण कार्यों को पूरी शिद्दत से निभाने के लिए राज्य पुलिस बल की सराहना की।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि अपराध विभिन्न स्वरूपों में सामने आया, लेकिन गुजरात पुलिस ने अपराधियों से दो कदम आगे रहने की अपनी रणनीति के माध्यम से सभी चुनौतियों का डटकर सामना किया। गुजरात मॉडल को आज भी पूरा देश हैरानी से देखता है।’’
उन्होंने देशभर में अपने प्राणों की आहुति देने वाले 35,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि यह संख्या उन जवानों से अधिक है, जो भारत द्वारा लड़े गए सभी युद्धों में शहीद हुए।
शाह ने कहा, ‘‘हमने पुलिस के बारे में कई बार नकारात्मक शब्द सुने हैं, लेकिन इस कार्यक्रम के माध्यम से मैं यह कहना चाहूंगा कि भारत सुरक्षित नहीं होता, अगर इन 35,000 पुलिसकर्मियों ने अपनी मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति नहीं दी होती।’’
उन्होंने कहा कि इन पुलिसकर्मियों के परिजनों को हुए नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती, लेकिन पुलिस बल का बलिदान हमेशा स्वर्ण अक्षरों में दर्ज किया जाएगा।
भाषा पारुल नेत्रपाल
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