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Wednesday, 16 July, 2025
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कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने लोकसभा अध्यक्ष, राज्यसभा के सभापति का अपमान किया: पीयूष गोयल

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(तस्वीर सहित)

नयी दिल्ली, 18 दिसंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति का ‘अपमान’ करने और अपने आचरण से देश को ‘शर्मिंदा’ करने का आरोप लगाया।

पिछले पांच दिनों के भीतर संसद के दोनों सदनों के 92 सदस्यों को निलंबित किए जाने के सिलसिले में केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी की यह प्रतिक्रिया सामने आई है।

केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने संवाददाताओं से कहा कि विपक्षी सदस्य तख्तियां लेकर आए और जानबूझकर संसदीय कार्यवाही को बाधित किया जबकि पहले फैसला लिया गया था कि सदन में तख्तियां ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

गोयल ने कहा कि विपक्षी सदस्यों ने अध्यक्ष और सभापति के बार-बार के अनुरोधों पर ध्यान देने से इनकार कर दिया और उनका अपमान किया।

उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पष्ट रूप से संसद को सुचारू रूप से नहीं चलने देने की उनकी पूर्व नियोजित रणनीति थी।’’ उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर और पुडुचेरी में महिलाओं को आरक्षण प्रदान करने वाले एक विधेयक को राज्यसभा में विचार और पारित कराने के लिए लिया गया था, लेकिन विरोध कर रहे विपक्षी सदस्यों ने चर्चा तक करने नहीं दी और हंगामा किया।

गोयल ने कहा, ”कांग्रेस और उसके सहयोगी आंतरिक रूप से महिलाओं और पिछड़े वर्गों के हितों के खिलाफ हैं। जब भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पिछड़े वर्गों और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कोई कदम उठाती है, तो उन्हें (विपक्ष) पीड़ा होती है क्योंकि कांग्रेस और वाम दल हमेशा उनके सशक्तीकरण के खिलाफ रहे हैं।’’

जिन सदस्यों को लोकसभा से निलंबित किया गया उनमें कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के टी आर बालू और तृणमूल कांग्रेस के सौगत रे सहित 33 विपक्षी सदस्य शामिल हैं। संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर तख्तियां दिखाने और नारे लगाने के लिए इन सदस्यों को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया।

द्रमुक के 10, तृणमूल कांग्रेस के नौ, कांग्रेस के आठ और आईयूएमएल, जदयू और आरएसपी के एक-एक सदस्य सहित 30 सदस्यों को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया जबकि कांग्रेस के तीन अन्य सदस्यों को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित कर दिया गया।

विपक्षी सदस्यों ने इस मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग करते हुए सदन की कार्यवाही बाधित की।

पिछले सप्ताह लोकसभा की कार्यवाही बाधित करने के लिए विपक्ष के 13 सदस्यों को निलंबित कर दिया गया था और राज्यसभा से एक सदस्य को निलंबित कर दिया गया था।

कुल 33 सदस्यों के निलंबन की घोषणा के तुरंत बाद लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। इसके कुछ ही देर बाद विपक्ष के 45 सदस्यों को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया।

भाषा ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र पवनेश

पवनेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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