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Friday, 22 November, 2024
होमदेशएमपी में नेताओं को फंसाने में लगीं पांच महिलाएं गिरफ्तार, कांग्रेस और बीजेपी आरोप-प्रत्यारोप में जुटीं

एमपी में नेताओं को फंसाने में लगीं पांच महिलाएं गिरफ्तार, कांग्रेस और बीजेपी आरोप-प्रत्यारोप में जुटीं

कांग्रेस का आरोप है कि 'गलत काम में लिप्त' श्वेता विजय जैन भाजपा यूथ विंग की पूर्व राज्य सचिव हैं. दूसरी महिला कांग्रेस से निकाले गये कार्यकर्ता की पत्नी है.

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मध्य प्रदेश : मध्य प्रदेश पुलिस ने पांच महिलाओं और एक पुरुषों को कथित तौर पर राजनेताओं और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के अश्लील वीडियो बनाने और बाद में उनसे पैसे वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया है. लेकिन उनके कथित राजनीतिक संबंधों की वजह से सत्तारूढ़ कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है.

कथित तौर पर नेता श्वेता विजय जैन को भारतीय जनता पार्टी के विधायक ब्रजेंद्र प्रताप सिंह के घर से गिरफ्तार किया गया था. जो कि सागर जिले की रहने वाली हैं. उन्हें राज्य की राजधानी के एक पॉश इलाके रिवेरा टाउनशिप वाले घर से हिरासत में लिया गया है.

विधायक मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में पन्ना विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि श्वेता बुंदेलखंड क्षेत्र के सागर जिले की हैं. उनकी गिरफ्तारी के बाद घर के मालिक विधायक ने स्पष्टीकरण दिया और कहा, ‘मैं पिछले महीने तक अपने परिवार के साथ वहां रहता था लेकिन हमने बाहर जाने का फैसला किया और एक किरायेदार की तलाश करने के लिए एक ब्रोकर की मदद ली. मेरे ब्रोकर ने मुझे जैन परिवार से मिलवाया, जो लंबे समय से रिवेरा टाउनशिप में रह रहे थे. वे एक सितंबर को मेरे घर में सिफ्ट हुए.’

दूसरी गिरफ्तार महिला बरखा सोनी, सोशल मीडिया और आईटी विभाग के राज्य कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष अमित सोनी की पत्नी हैं. उसी विभाग के चेयरमैन अभय तिवारी ने अमित सोनी को जून में पार्टी ने द्वारा हटाए जाने के दस्तावेज दिखाए.

यहां तक कि क्षेत्रीय मीडिया भी फंसे नौकरशाहों और राजनेताओं के साथ के तथाकथित वीडियो को फैला रहा है. जिसको लेकर कमलनाथ सरकार ने इस रैकेट की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया है.

किन्हें फंसाया

आरोप के अनुसार जाल में फंसे लोगों में पूर्व राज्यपाल सहित, एक पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य मंत्री, पूर्व सांसद, राज्य बीजेपी एक पूर्व संगठनात्मक सचिव, शिवराज सिंह चौहान वाली भाजपा सरकार के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी, जो मुख्यमंत्री के सचिवालय में तैनात थे और सागर जिले के पूर्व कलेक्टर हैं. आरोपी ने कथित तौर पर उनका वीडियो बनाया और करोड़ों रुपये लिया है.

इंदौर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रुचि वर्धन मिश्रा ने मीडियाकर्मियों को बताया कि पैसे के अलावा, जैन का दावा है कि उन्होंने अपने लोगों के लिए ट्रांसफर, पोस्टिंग सहित अन्य फायदे उठाए.

मिश्रा ने कहा, ‘यह आश्चर्य वाली बात है कि ये महिलाएं पूरी व्यवस्था को कब्जे में रख इसे आसानी से चला रही हैं.’

कांग्रेस-बीजेपी में आरोप-प्रत्यारोप

कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला किया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के अनुसार श्वेता भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा की महासचिव थीं.

दिग्विजय सिंह ने कथित तौर पर सवाल उठाया है कि जब जीतू जराती भारतीय जनता युवा मोर्चा की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष थे, तो श्वेता विजय जैन इकाई की महासचिव थीं या नहीं? भारतीय जनता युवा मोर्चा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष कौन थे? दिग्विजय सिंह ने मांग की है कि इस मामले की जांच की जाए.

राज्य में भाजपा के उपाध्यक्ष जेराती ने सिंह के दावों को गलत बताया है. उन्होंने कहा श्वेता 2009-13 के बीच राज्य में  भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) कार्यकारिणी की सदस्य रही हैं. श्वेता बीजेवाईएम की महासचिव नहीं रही हैं. सिंह को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए. हांलाकि, अभी तो उनकी सरकार ही राज्य में है तो जो भी दोषी हो उन्हें सजा मिलनी चाहिए और निर्दोष को न्याय मिलना चाहिए.

जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि इस मामले में ‘भाजपा के पूर्व मंत्री’ शामिल हैं. यह ‘कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों को फंसाने की साजिश है. भाजपा सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही थी.’

इस बीच, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि कमलनाथ सरकार को राजनीतिक पक्षपात के बिना मामले में कार्रवाई करनी चाहिए.

बीजेपी के राज्य प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि कांग्रेस इस रैकेट के जरिए चरित्र हनन का प्रयास कर रही है.’

(इस ख़बर को अंग्रेजी पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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