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Sunday, 6 October, 2024
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कांग्रेस ने सिल्वरलाइन में बदलाव का आरोप लगाया, माकपा ने किया इंकार

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कोट्टयम/कासरगोड, 23 मार्च (भाषा) केरल की सिल्वरलाइन (रेल) परियोजना को लेकर कांग्रेस और माकपा के बीच जुबानी जंग बुधवार को भी जारी रही।

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राज्य के मत्स्यपालन मंत्री साजी चेरियन ने सेमी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के मार्ग में परिवर्तन किया है। वहीं, मंत्री ने कहा कि अगर पटरी वहां से गुजरी तो वह अपना घर छोड़ देंगे।

कांग्रेस के तिरुवंचूर से विधायक राधाकृष्णन ने कोट्टयम में संवाददाताओं से कहा कि पटरी का मार्ग चेंगन्नुर में बदला गया है और उन्होंने मौजूदा मार्ग और पिछले साल दिसंबर में कथित तौर पर तय रास्ते का मानचित्र दिखाया।

राधाकृष्णन ने कहा कि वह मानचित्र को साझा कर रहे हैं ताकि दिखा सके कि साजी चेरियन झूठ बोल रहे हैं कि मार्ग में परिवर्तन नहीं किया गया है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि के रेल (केरल सरकार और रेल मंत्रालय का संयुक्त उपक्रम) के प्रबंध निदेशक और चेरियन को जवाब देना चाहिए कि क्यों मार्ग में परिवर्तन किया गया, इसके पीछे कौन है और क्या यह किसी को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया।

उन्होंने आरोप लगाया कि अगर यह चेंगन्नुर में हुआ है तो राज्य के अन्य हिस्सों में भी हो सकता है।

आरोपों को खारिज करते हुए चेरियन ने कहा कि अगर इस प्रस्तावित रेलमार्ग का रास्ता उनके घर से गुजरेगा तो वह अपना घर दे देंगे।

मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि वह मार्ग तय नहीं करते और मानते हैं कि राधाकृष्णन को इस मामले की अधिक जानकारी है।

मंत्री ने कहा कि उनके बाद उस घर को करुणा पेन ऐंड पैलिटिव सोसाइटी को दान कर दिया जाएगा, इसलिए के रेल के मार्ग से उन्हें कोई नुकसान नहीं है।

इससे पहले माकपा के राज्य महासचिव कोडियेरी बालाकृष्णन ने कहा कि यूडीएफ (संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा) के शासनकाल में रेल गलियारे का प्रस्ताव किया गया, सर्वेक्षण किया गया लेकिन एलडीएफ (वाम लोकतांत्रिक मोर्चा) ने उसका विरोध नहीं किया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत यूडीएफ केवल विरोध के लिए विरोध कर रही है।

उल्लेखनीय है कि सिल्वरलाइन परियोजना से राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम से कासरगोड के सफर में चार घंटे की कमी आने की उम्मीद है। यह 530 किलोमीटर लंबा रेल गलियारा होगा जो तिरुवनंतपुरम से शुरू होकर चेंगन्नुर, कोट्टयम, एर्णाकुलम, त्रिशूर, तिरुर,कोझिकोड और कन्नूर के रास्ते कासरगोड तक जाएगा।

भाषा धीरज उमा

उमा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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