गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने गुरुवार को कहा कि सिंगापुर में गायक ज़ुबिन गर्ग की मौत की जांच अगर किसी भी स्तर पर ‘असंतोषजनक’ पाई जाती है तो राज्य सरकार मामले को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के पास भेजने की सिफारिश करेगी.
उन्होंने लोगों से अपील की कि एसआईटी की जांच पर भरोसा रखें और सोशल मीडिया पर अफवाहें न फैलाएं क्योंकि इससे छानबीन प्रभावित हो सकती है.
एसआईटी का गठन विशेष पुलिस महानिदेशक मुन्ना प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में किया गया है. इसमें 10 सदस्य शामिल हैं, जो गर्ग की मौत की गहन जांच करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा रुख स्पष्ट है कि हम उस दिन जो कुछ हुआ, उसकी सच्चाई हर संभव तरीके से उजागर करेंगे और इस मामले में किसी भी तरह का समझौता नहीं करेंगे.”
एसआईटी उन लोगों से पूछताछ करेगी जो ज़ुबिन के साथ थे, जिसमें सिंगापुर में असम एसोसिएशन के सदस्य और ‘नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल’ (एनईआईएफ) के आयोजक शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने बताया कि जब एनईआईएफ के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत असम लौटेंगे, तो उनसे भी पूछताछ की जाएगी.
उन्होंने लोगों से धैर्य रखने का आग्रह करते हुए कहा, “यदि कोई त्वरित न्याय चाहता है, तो हम अदालत में असफल हो जाएंगे, क्योंकि यह भावनाओं पर काम नहीं करती, बल्कि तथ्यों और सबूतों की मांग करती है.”
सरमा ने कहा, “हम सभी जुबिन से समान रूप से प्यार करते हैं, इसलिए आइए हम जांच को स्थिर, व्यवस्थित और पारदर्शी तरीके से आगे बढ़ने दें. अफवाहें और झूठी सूचनाएं फैलाने से असली मुद्दा भटक जाएगा कि वास्तव में क्या हुआ था.”
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि छह साल पहले उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि ज़ुबिन राज्य के लिए एक संपत्ति हैं, लेकिन कुछ लोग निजी लाभ के लिए उनका इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि पिछले लोकसभा चुनाव में महंत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के खिलाफ सोशल मीडिया अभियान चलाया था.
इस बीच, एसआईटी ने गुरुवार को ‘नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल’ के आयोजक श्यामकानु महंत और उनके प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा के आवासों पर अलग-अलग छापे मारे. अधिकारियों के अनुसार, महंत के गीतानगर स्थित आवास में केवल दो सहायकों को छोड़कर परिवार का कोई सदस्य मौजूद नहीं था.
एसआईटी की दूसरी टीम धीरेनपाड़ा इलाके में शर्मा के अपार्टमेंट गई, जो बंद मिला. मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में ताला तोड़ा गया और तलाशी ली गई. निवासियों ने बताया कि शर्मा की मां, भाई और बहन भी इसी अपार्टमेंट में रहते हैं, लेकिन ज़ुबिन की मौत के दिन से उन्हें नहीं देखा गया.
असम सरकार ने 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में डूबने से हुई गर्ग की मौत की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था, ज़ुबिन वहां एक महोत्सव में प्रस्तुति देने गए थे.
यह भी पढ़ें: