(फाइल फोटो सहित)
मुंबई, तीन दिसंबर (भाषा) शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को दावा किया कि संचार साथी ऐप ‘पेगासस स्पाइवेयर’ का ही दूसरा संस्करण है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार पर आरोप लगाया कि वह उन लोगों की जासूसी करने की कोशिश कर रही है जिन्होंने उसे वोट देकर सत्ता में पहुंचाया है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों पर निगरानी रखने के बजाय सरकार को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि इस वर्ष अप्रैल में पहलगाम में हमला कैसे हुआ, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई और आतंकवादी भारत में कैसे घुसे।
संचार मंत्रालय के 28 नवंबर के आदेश में सभी मोबाइल फोन निर्माताओं को भारत में बेचे जाने वाले सभी मोबाइल फोन में संचार साथी ऐप को पहले से ‘इंस्टॉल’ करना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ ही सॉफ्टवेयर अपडेट के माध्यम से मौजूदा उपकरणों में भी संचार साथी ऐप को पहले से इंस्टॉल करना अनिवार्य कर दिया गया है। इस आदेश के बाद विवाद शुरू हो गया है।
ठाकरे ने मुंबई में अपने आवास ‘मातोश्री’ पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दावा किया, ‘आपने पेगासस (स्पाइवेयर) के बारे में सुना होगा। यह फोन में वायरस (मैलवेयर) इंस्टॉल कर जासूसी करता है। उन्होंने (सरकार ने) पेगासस का नाम बदलकर संचार साथी कर दिया है। वे जासूसी कर रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘आप (सरकार) उन लोगों पर अविश्वास दिखा रहे हैं जिन्होंने आप पर भरोसा किया था।’
संचार साथी ऐप को लेकर गोपनीयता संबंधी चिंताओं के बीच संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को कहा कि इस ऐप के जरिए जासूसी न तो संभव है और न ही होगी।
उन्होंने लोकसभा को बताया कि प्रतिक्रिया के आधार पर, मंत्रालय उपकरणों में ऐप इंस्टॉल करने के आदेश में बदलाव करने को तैयार है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि यह ऐप लोगों की सुरक्षा के लिए है और सरकार उपभोक्ताओं को विकल्प देना चाहती है। उन्होंने कहा कि पंजीकरण करने पर ही यह ऐप सक्रिय होगा और इसे हटाया भी जा सकता है।
भाषा आशीष पवनेश
पवनेश
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