ठाणे, 30 सितंबर (भाषा) महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी शहर में फर्जी चिकित्सकों के खिलाफ मुहिम तेज कर दी गई है और शिकायतों पर कार्रवाई के लिए एक समिति का गठन किया गया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
भिवंडी निजामपुर सिटी नगर निगम (बीएनसीएमसी) ने नागरिकों से केवल सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्वास्थ्य सुविधाओं पर ही भरोसा करने का आग्रह किया है।
बीएनसीएमसी के चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संदीप गडेकर ने बताया, ‘‘ वर्तमान में, नागरिक चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत एक बीजीपी (बॉर्डर गेटवे प्रोटोकॉल) डिस्पेंसरी और 19 शहरी स्वास्थ्य केंद्र कार्यरत हैं। नागरिकों को सुलभ स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए इन केंद्रों पर बाह्य रोगी जांच और उपचार किया जा रहा है।’’
गाडेकर ने एक विज्ञप्ति में कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के तहत 39 शहरी स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्रों (यूएचडब्ल्यूसी) को मंजूरी दी है, जिनमें से 19 भिवंडी में पहले से ही सेवाएं दे रहे हैं।
उन्होंने बताया कि नगर निगम ने फर्जी चिकित्सकों पर लगाम लगाने के लिए एक समीक्षा समिति भी गठित की है।
उन्होंने बताया, ‘‘सरकारी निर्देशों के अनुसार, नगरपालिका स्तर पर एक समिति का गठन किया गया है। शहरी स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सा अधिकारियों को फर्जी चिकित्सकों की पहचान करने और प्राप्त शिकायतों पर कार्रवाई करने का काम सौंपा गया है।’’
उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के बाद से 74 फर्जी चिकित्सकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
गाडेकर ने कहा, ‘‘पुलिस की मदद से हम नागरिकों को अयोग्य चिकित्सकों से बचाने के लिए लगातार सख्त कार्रवाई कर रहे हैं।’’
भाषा शोभना मनीषा
मनीषा
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