सहारनपुर (उत्तर प्रदेश), सात फरवरी (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगरा के फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र में चुनाव दल में शामिल एक अधिकारी द्वारा एक दिव्यांग व्यक्ति के डाकमत में कथित धांधली के मामले को गंभीर बताते हुए चुनाव आयोग से इसपर कार्रवाई की मांग की है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि वरिष्ठ अधिकारी अपने मातहत अफसरों पर दबाव बना रहे हैं कि अगर वे उनकी मर्जी से वोट नहीं देंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सपा इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग से करेगी।
अखिलेश ने यहां संवाददाता सम्मेलन में फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र के जगराजपुर गांव में एक दिव्यांग व्यक्ति के डाकमत में कथित धांधली के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘इस घटना के बाद अधिकारियों की दूसरी टीम वहां गई। उसमें शामिल अफसर मतदाताओं को समझाने लगे कि अरे एक वोट ही तो खराब पड़ गया है। एक ही वोट की तो बात है।’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘किस तरीके से अधिकारियों ने मिलकर मतपत्र पर भाजपा का ठप्पा लगवा दिया। ऐसे अधिकारियों को अगर चुनाव आयोग टर्मिनेट (बर्खास्त) नहीं करेगा तो न जाने कितने अधिकारी इस तरह का वोट डलवा देंगे।’
इससे पहले अखिलेश ने इसी मामले पर ट्वीट किया था, ‘वृद्धों और दिव्यांगों से वोट डलवाने में धांधली के मामले में फतेहाबाद विधानसभा में पोलिंग पार्टी पर मतदाता की इच्छा के विरुद्ध खुद ही मनमाना वोट डालने का गंभीर आरोप लगा है। चुनाव आयोग तत्काल कार्रवाई करे। सपा गठबंधन के सभी समर्थक और कार्यकर्ता मतदान के समय पूरी निगरानी रखें।’
गौरतलब है कि आगरा के फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र में 80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों और दिव्यांग श्रेणी के मतदाताओं की डाक मतपत्र से मतदान प्रक्रिया के दौरान जगराजपुर में एक टीम मतदाताओं से मतदान कराने पहुंची थी। इस दौरान दिव्यांग सुरेंद्र सिंह नामक व्यक्ति ने टीम के एक अधिकारी पर विशेष राजनीतिक पार्टी के पक्ष में वोट डाल लेने का आरोप लगाया था। हालांकि स्थानीय प्रशासन ने इस आरोप को निराधार बताया है।
अखिलेश ने आरोप लगाया, ‘कई अधिकारी ऐसे हैं जो भाजपा के कार्यकर्ता बनकर काम कर रहे हैं। मैंने और पार्टी ने समय-समय पर शिकायत की है। मगर शिकायत पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।’’
सपा अध्यक्ष ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, ‘अधिकारियों ने वोट डलवाने के लिए ललितपुर से लेकर सहारनपुर तक कई लोगों के मतदाता पहचानपत्र ले लिए हैं और अधिकारी छोटे अधिकारियों पर दबाव बना रहे हैं कि अगर हमारी मर्जी से वोट नहीं दोगे तो आपके खिलाफ कार्रवाई होगी।’
उन्होंने कहा कि वह इस मामले की भी चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे।
भाषा सलीम अर्पणा
अर्पणा
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