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Tuesday, 26 March, 2024
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पैगम्बर पर की गई टिप्पणियां सरकार के रुख को प्रदर्शित नहीं करतीं, विदेश मंत्रालय ने कहा

वहीं पाकिस्तान के कराची शहर में मंदिर में की गई तोड़फोड़ की घटना पर भारत की नजर है. अरिंदम बागची ने कहा यह धार्मिक अल्पसंख्यकों की व्यवस्थित उत्पीड़न की एक और कड़ी है.

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नई दिल्ली: पैगम्बर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी को लेकर अरब देशों में व्यापक आक्रोश के बीच भारत ने बृहस्पतिवार को स्पष्ट रूप से कहा कि ऐसी टिप्पणियां सरकार के रूख को प्रदर्शित नहीं करती हैं .

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ‘ हमने पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे ट्वीट, टिप्पणियां सरकार के रूख को प्रदर्शित नहीं करते हैं.’

उन्होंने कहा, ‘हमारे वार्ताकारों को इसके बारे में बता दिया गया है, साथ ही यह तथ्य है कि ऐसे ट्वीट एवं टिप्पणियां करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इस बारे में इसके अतिरिक्त मुझे और कुछ नहीं कहना है.’

प्रवक्ता से भारत की यात्रा पर आए ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियन की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के साथ बैठक के दौरान पैगम्बर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी का मुद्दा उठाये जाने की रिपोर्ट के बारे में सवाल पूछा गया जिसको लेकर ईरान के बयान में दावा किया गया है कि ऐसी टिप्पणियां करने वालों पर कठोर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया .

इस पर बागची ने कहा कि उनकी समझ यह है कि जिस बयान का आप जिक्र कर रहे हैं, उसे वापस ले लिया गया है.

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भारत की यात्रा पर आए ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी . ईरान के विदेश मंत्री की भारत यात्रा ऐसे समय हुई है, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो पूर्व पदाधिकारियों की पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादास्पद टिप्पणी को लेकर पश्चिम एशिया के देशों द्वारा आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है.

वहीं पाकिस्तान के कराची शहर में मंदिर में की गई तोड़फोड़ की घटना पर भारत की नजर है. अरिंदम बागची ने कहा यह धार्मिक अल्पसंख्यकों की व्यवस्थित उत्पीड़न की एक और कड़ी है.

बागची ने कहा कि पाकिस्तान सरकार को हमने अपने विरोध से अवगत करा दिया है. हमने पाकिस्तान सरकार से वहां के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का आग्रह किया है.


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