रांची, दो जून (भाषा) झारखंड के लिए सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों की आवश्यकता है क्योंकि राज्य विविध समुदायों, समृद्ध प्राकृतिक संसाधनों और अद्वितीय विकास चुनौतियों का घर है। अधिकारियों ने सोमवार को यह बात कही।
अधिकारियों ने कहा कि यहां सतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विश्वसनीय आंकड़ों और समावेशी रणनीतियों पर आधारित जिला-विशिष्ट दृष्टिकोण की आवश्यकता है।
राज्य स्तरीय कार्यशाला में मुख्य सचिव अल्का तिवारी ने कहा, ‘आइए हम एसडीजी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को फिर दोहराएं – इन्हें सिर्फ वैश्विक लक्ष्य न मानकर, बल्कि हमारे राज्य के हर नागरिक के सम्मान, न्याय और अवसर का स्थानीय रास्ता मानें।’
उन्होंने सभी विभागों से कहा कि वे एसडीजी के लिए बनाए गए जिला संकेतक ढांचे का इस्तेमाल करें, ताकि राज्य में सतत, समतापूर्ण और समावेशी विकास की दिशा में यात्रा में तेजी लाई जा सके।
वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि झारखंड अपार संभावनाओं वाला राज्य है, जो प्राकृतिक संसाधनों, संस्कृति, विविधता से समृद्ध है तथा समावेशी और सतत विकास के लिए कृतसंकल्पित है।
भाषा योगेश माधव
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