जम्मू, 28 जुलाई (भाषा) जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को गुज्जर युवक परवेज अहमद के शोकाकुल परिवार से उनके घर पर मुलाकात की। जम्मू शहर में संदिग्ध तस्करों का पीछा कर रही पुलिस की गोलीबारी में परवेज अहमद की मौत हो गई थी।
अब्दुल्ला ने इससे पहले शुक्रवार को इस घटना की जांच की मांग की और कहा कि पुलिस द्वारा बल प्रयोग सोच-समझकर किया जाना चाहिए, न कि ‘अंधाधुंध’ तरीके से। ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर से जम्मू पहुंचे मुख्यमंत्री मृतक युवक के घर संवेदना व्यक्त करने पहुंचे थे।
उनके साथ मंत्री जावेद राणा और उनके सलाहकार नासिर असलम वानी भी थे। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रांतीय सचिव शेख बशीर अहमद ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘परिवार ने उमर अब्दुल्ला से बात की, जो अपनी संवेदना व्यक्त करने और उनका दुख साझा करने उनके घर पहुंचे थे। उन्होंने उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।’’
शेख बशीर अहमद ने कहा कि पार्टी को उम्मीद है कि परिवार को न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। लोग उपराज्यपाल (मनोज सिन्हा) की ओर देख रहे हैं, जो पुलिस मामलों को देखते हैं। एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है और जांच जारी है। रिपोर्ट का इंतजार है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जांच के बाद घटना में शामिल पाए जाने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। हमें उम्मीद है कि मामले को उसके तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाया जाएगा और अदालत उचित सजा देगी।’’
जम्मू के निक्की तवी इलाके का रहने वाला 21 वर्षीय युवक परवेज अहमद बृहस्पतिवार को सतवारी इलाके में कथित नशा तस्करों का पीछा करने के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारा गया।
उसकी मौत के बाद गुज्जर समुदाय ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है और उसके परिवार ने पुलिस पर ‘निर्दोष’ व्यक्ति की ‘फर्जी’ मुठभेड़ में हत्या करने का आरोप लगाया है।
भाषा संतोष अविनाश
अविनाश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.